बताया जा रहा है कि शराब ठेकेदारों की संरक्षण में ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में अवैध पैकारिया चल रही है। स्थानीय ठेकेदारों द्वारा शराब की पैकारियों नहीं चलने पर बाहर से लाकर शराब बेचते है । इस नुकसान को बचाने के लिए स्थानीय ठेकेदार भी पैकारियां चलाकर शराब बिक्री करवाते है।
नियम रास्ते का रोड़ा
आबकारी विभाग के माने तो आरोपियों के पास से अधिकांश शराब की मात्रा काफी कम मात्रा में मिलती है। यही कारण है कि वह ठेकेदारा पर कार्रवाई नहीं कर पाते है। चूकि शराब विक्री के लिए ठेकेदार को लायसेंस मिला है। इससे वाकिफ पैकारी चलाने उतनी ही शराब देते है जिससे उन आंच न आए।