प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोई भी काम हो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लगा दिया जाता है। लेकिन जब सुविधा देने की बात आती है तो मलाई काट ले जाते हैं राज्यकर्मचारी। अब कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक दिनों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पूरे देश में जी तोड़ मेहनत कर लोगों की सेवा की। दीन दुखियों को राशन-पानी से लेकर दवा तक पहुंचाए। अपनी जान जोखिम में डाल कर दिन-रात लगे रहे। लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों के लिए कहा गया कि उनका बीमा होगा, तो हमारा क्यों नहीं।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का भविष्य पूरी तरह से अंधकारमय है। ना तो पेंशन की कोई गारंटी है और न ही बीमा है। सेवा समाप्ति के बाद हम क्या करेंगे। कहां जाएंगे। किसके आगे हाथ पसारेंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगें…
-आंगनबाड़ी कर्मियों को भी राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए
-न्यूनतम वेतनमान का लाभ दिया जाए
– कोरोना में बीमा लाभ दिए जाने सहित सुरक्षा उपकरण के अतिरिक्त वेतन एवं सेवानिवृत्त होने पर पेंशन व अन्य लाभ दिए जाएं
-आंगनबाड़ी कर्मियों को भी राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए
-न्यूनतम वेतनमान का लाभ दिया जाए
– कोरोना में बीमा लाभ दिए जाने सहित सुरक्षा उपकरण के अतिरिक्त वेतन एवं सेवानिवृत्त होने पर पेंशन व अन्य लाभ दिए जाएं