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विधानसभा चुनाव 2018: मनगवां में इस लिए नाराज हैं वोटर

locationरीवाPublished: Sep 08, 2018 12:50:44 pm

Submitted by:

Rajesh Patel

विधानसभा चुनाव की भले ही अभी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सियासी गलियारों में राजनैतिक चर्चाओं का बाजार गर्म, मनगवां में बसपा एवं गुढ़ में कांग्रेस ने छीनी थी सीट

preparations fast for assembly elections 2018

Assembly elections 2018

रीवा. विधानसभा चुनाव की भले ही अभी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सियासी गलियारों में राजनैतिक चर्चाओं का बाजार गर्म है। बसपा को मात देकर गुढ़ में लगातार दो बार कब्जा जमाने वाली भाजपा 2013 का चुनाव कांग्रेस से हार गई थी। वहीं सुरक्षित सीट मनगवां भी भाजपा ने गवां दिया था। दोनों क्षेत्रों में विकास की गति अत्यंत धीमी रही। जिससे लोग नाखुश हैं। भाजपा अपनी दोनों हारी सीटों को कब्जाने की रणनीत तैयार कर रही है लेकिन एससीएसटी एक्ट को लेकर राजनीति गर्म है, जिससे जातीय समीकरण सियासी गणित बिगाड़ सकता है।
मनगवां: नए चेहरे मैदान में उतरने को बेताब
नगवां विधान का चुनाव इस बार युवा और नए चेहरों के मैदान में आने से रोचक होने की संभावना है। बसपा का कब्जा होने से क्षेत्र पांच साल से उपेक्षित रहा। इससे लोगों में असंतोष हैं। कांग्रेस में करीब आधा दर्जन दावेदार हैं, जिसमें कई ऐसे चेहरे हंै जो बसपा और भाजपा की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। पिछले चुनाव में भाजपा निकटतम रही है।
मजबूत दावेदार-बसपा
शीला त्यागी- वर्तमान विधायक। समाज और संगठन में पकड़।
बबिता साहू-पूर्व जिपं अध्यक्ष, क्षेत्र में लगातार सक्रिय।
मजबूत दावेदार-भाजपा
पन्नाबाई प्रजापति- क्षेत्र में सक्रिया, पति पूर्व विधायक
रामायण साकेत अनुसूजाति भाजपा प्रदेश महामंत्री, अर्जुन सिंह चौहान, ललिता साकेत
ये भी ठोक रहे ताल
कांग्रेस-त्रिवेणी प्रसाद मैत्रेय, बिंद्रा प्रसाद साकेत, इं. नरेन्द्र प्रजापति
लोकजनशक्ति-जगन्न प्रजापति, दिनकर प्रजापति, मनबहोर साकेत
निर्दलीय-जयभान साकेत, दिनकर प्रसाद नीरत, जुल्फीलाल
जातिगति समीकरण
ब्राह्मण, पटेल, साकेत और क्षत्रिय वोट ज्यादा हैं। शीला त्यागी की समाज में अच्छी पैठ और परंपरागत वोट। व्यापारी वर्ग का वोट भी चुनाव को प्रभावित करता है।
विधायक की परफॉर्मेंस
वर्तमान विधायक शीला त्यागी ने खाद्य एवं शिक्षा में एरियर घोटाला विस में उठाया, क्षेत्रिय समस्याओं को लेकर सक्रिय, लेकिन विपक्ष का होने के कारण दूर नहीं कर सकीं।
भाजपा
कार्यकर्ताओं में असंतोष, पांच साल क्षेत्र की उपेक्षा, मुद्दों से दूरी
कांग्रेस
गुटबाजी के कारण कांग्रेस बिखरी है, सर्वमान्य अच्छे कैंडिडेट का चयन
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विधानसभा चुनाव 2013
बसपा
शीला त्यागी
40342
भाजपा
पन्नाबाई प्रजापति
40074
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ये हैं चार मुद्दे
बदहाल सडक़ें, शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव, पानी की समस्या।
वर्जन…
सरकार की उद्यमी योजनाओं का लाभ नहीं मिला, उद्योग के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाते रहे।
अमित शुक्ला, युवा कारोबारी

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