दिए गए नंबर पर मिस काल करने पर संबंधित युवक का मोबाइल नंबर बंद हो जाता है, जिसे आरोपियों के द्वारा दूसरी खाली सिम में उक्त नंबर चालू कर लिया जाता है। जिससे मैसेज भेजकर बैंक एकाउंट की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं, मोबाइल सिम से आधार कार्ड खाता में लिंक होने के कारण मोबाइल नंबर से समस्त जानकारी व राशि का दूसरे खाते में स्थानांतरण संभव है, जिसका फायदा गिरोहों के द्वारा उठाया जा रहा है।
इस तरह ठगी की नई वारदात सामने आने के कारण पुलिस व जिला प्रशासन को आम लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। खाताधारक रूपए जमा करने या निकालने के लिए बैंक या एटीएम बूथो पर आते-जाते रहते हैं। ऐसी स्थिति मे पुलिस प्रशासन को आवश्यक है कि वैधानिक सूचना बोर्ड बैंको व एटीएम बूथो पर लगाया जाए, जिसे पढ़कर लोग सचेत व सतर्क रहें जिससे वे ठगी के शिकार न हो पाएं।
तरूण नायक, पुलिस अधीक्षक, सीधी ने बताया कि इन दिनों ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह द्वारा मोबाइल नंबर बंद होने की गलत सूचना देकर एक नंबर पर मिस काल करने को कहते हैं, मिस काल करने के बाद मोबाइल नंबर बंद हो जाता है, जिस नंबर को रिक्त सिम मे एक्टिवेट कर उस नंबर के सहारे बैंक व एटीएम खाते से ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। इसके लिए आवश्यक है कि इस तरह के संदेश आने पर कभी भी बताए गए नंबर पर मिस काल न करें, जनजागरूकता नितांत आवश्यक है।