खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने शासन के विशेष अभियान के दौरान जुलाई और अगस्त माह में दूध से बने खाद्य पदार्थों को लेकर 120 से अधिक सेंपल लिए। सभी नमूनों को जांच के लिए राज्य खाद्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा गया। गुरुवार को प्रयोगशाला ने 50 नमूनों की जांच रिपोर्ट फाइनल कर दी है। जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि दूध से बने उत्पाद में 23 नमूने असुरक्षित पाए गए हैं। जिसमें दूध में पानी की मिलावट अधिक मात्रा में पायी गई है। जबकि मऊगंज में मिश्रा डेयरी पर लिए गए पनीर का सेंपल फेल हो गया है। रिपोर्ट में बताया गया कि पनीर में डिटर्जेंट की मिलावट की गई है।
शहर के नए बस स्टैंड पर मैहर निवासी बबलू नामदेव का 13 क्विंटल केक पकड़ा गया था। जिसका सेंपल भोपाल भेजा गया। राज्य खाद्य प्रयोगशाला ने जांच रिपोर्ट में बताया है कि मिल्क को प्योर दूध व खोवा से बनाने के बजाए शक्कर, वनपस्ति, सूजी से बनाकर तैयार किया गया है।
फूड इंस्पेक्टर ओपी साहू ने बताया कि मामले में खाद्य विभाग ने मऊगंज थाने में मिश्रा डेयरी संचालक आशीष मिश्र पर एफआइआर दर्ज कराई गई है। गल्ला मंडी गौरम रणदेव के यहां पतांजलि घी, पुष्पराज नगर दीपक अग्रवाल मैदा, छिजवार में जितेन्द्र गुप्ता कृष्णा मिठाई भंडार, कृष्णा नमकीन विजय तिवारी पडऱा, जैन नमकीन बृज किशोर गुप्ता पडऱा, नेहरु नगर सुनील गुप्ता रथ गोल्ड सूजी, खुटेही में अनिल त्रिपाठी दूध में पानी की मिलावट। इसी तरह दूध में पानी मिलावट करने वालों में अनिल पाल ढेकहा, शांति नारायण पांडेय ढेकहा, निराला नगर आदर्श डेयरी अनुसंसा ङ्क्षसह, रतहरा कृष्णा डेयर सुरेश पटेल, गोविंदगढ़ कमलेश यादव, गुलाब मार्ग रीवा विशाल वीरवानी, हनुमना गणेश पटेल आदि गाय व भैंस के दूध में पानी की मिलावट सामने आयी है।