जिले के सेवा सहकारी बचत बैंक गौरी में किसानों ने बचत के तीन करोड़ रुपए जमा किए हैं। एक साल से किसानों का भुगतान नहीं किया जा रहा है। किसानों की सूचना पर विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल ने पहले प्रदर्शन किया। बात नहीं बनी तो वह एक सप्प्ताह बाद जिला मुख्यालय पर संयुक्त आयुक्त यानी जेआर दफ्तर में दोपहर एक बजे पहुचं गए। विधयाक ने कहा जब तक किसानों का पैसा नहीं मिलेगा तब तक दफ्तार से नहीं उठेंगे। विधायक ने ऐसा ही किया, रात 11.20 बजे तक बैठे रहे जब तक कैशियर राधारमण मिश्र की गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिली। विधायक के हठ पर सहकारिता विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय हुए। जेआर पीके सिद्धार्थ ने विधायक को दिए गए आश्वासन के अनुसार दूसरे दिन किसानों के भुगतान की प्रकिया शुरू कर दी है।
जेआर के निर्देश पर प्रभारी शाखा प्रबंधक ने गौरी के सहायक प्रबंधक चंद्रिका प्रसाद तिवार और राधारमण मिश्र के खिलाफ पुलिस को तहरीर देकर प्रकरण दर्ज कराया है। बताया गया कि बर्खास्त सहायक प्रबंधक कैशियर का पिता है। बाप-बेटे की करतूत से सैकड़ो की संख्या में किसान परेशान हैं।
विधायक के आंदोलन के बाद किसानों को बचत पैसे मिलने की उम्मीद जग गई है। बैंक कर्मचारियों के खिलाफ हुई कार्रवाई से किसान खासे गदगद हैं। किसानों ने विधायक के इस निर्णय को स्वागत किया और गांव में जश्न मना रहे हैं।
उपायुक्त सहकारिता पीआर कावडक़र मंगलवार को ही कार्यालय ज्वाइन किए थे, ज्वाइन करने के बाद डीआर कर्मचारियों से औपचारिक परिचय ही कर रहे थे कि इस बीच विधायक किसानों के साथ पहुंचे। विधायक ने जैसे ही किसानों की समस्या बताई कि डीआर ने एक सिरे से कहा, यह मामला हमारे स्तर का नहीं, भुगतान के लिए कर्मचारी खुद जिम्मेदार हैं। विधायक जेआर कार्यालय पहुंचे। मामले में जेआर ने डीआर को विधायक के सामने आने को कहा तो वे कार्यालय छोड़ कर चले गए। कर्मचारियों के पूछने पर बताया कि वह कार्यालय में नहीं हैं।