स्कूलों में सुविधाओं का अभाव बना कारण
अभी शिक्षा अधिकारियों की ओर से अभी परीक्षा परिणाम की पूर्ण समीक्षा किया जाना बाकी है लेकिन प्रथम दृष्टया हायर सेकेंड्री के उत्तीर्ण प्रतिशत में बढ़ोत्तरी के बजाए कमी के पीछे उन्नयित विद्यालयों की अव्यवस्था मानी जा रही है। स्कूलों से अब तक मिले परीक्षा परिणामों का विवरण कुछ ऐसा ही बयां कर रहा है।
अभी शिक्षा अधिकारियों की ओर से अभी परीक्षा परिणाम की पूर्ण समीक्षा किया जाना बाकी है लेकिन प्रथम दृष्टया हायर सेकेंड्री के उत्तीर्ण प्रतिशत में बढ़ोत्तरी के बजाए कमी के पीछे उन्नयित विद्यालयों की अव्यवस्था मानी जा रही है। स्कूलों से अब तक मिले परीक्षा परिणामों का विवरण कुछ ऐसा ही बयां कर रहा है।
कई हाईस्कूल किए गए उन्नयित
हाल के दो से तीन वर्षों में डेढ़ दर्जन से अधिक हाईस्कूल का उन्नयन कर हायर सेकेंड्री बना दिया गया। शासन स्तर से जारी आदेश के बाद विद्यालयों को हायर सेकेंड्री का तमगा तो मिल गया लेकिन सुविधाएं नहीं मिली। नतीजा शिक्षकों के अभाव व प्रयोगशाला की औपचारिकता के बीच प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई की खानापूर्ति पूरी की।
हाल के दो से तीन वर्षों में डेढ़ दर्जन से अधिक हाईस्कूल का उन्नयन कर हायर सेकेंड्री बना दिया गया। शासन स्तर से जारी आदेश के बाद विद्यालयों को हायर सेकेंड्री का तमगा तो मिल गया लेकिन सुविधाएं नहीं मिली। नतीजा शिक्षकों के अभाव व प्रयोगशाला की औपचारिकता के बीच प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई की खानापूर्ति पूरी की।
अब की घट गया उत्तीर्ण प्रतिशत
दरअसल अब तक की समीक्षा में देखने को मिला है कि ज्यादातर उन्नयित विद्यालयों के हायर सेकेंड्री के परीक्षा परिणाम 20 से 25 फीसदी के बीच हैं। गौरतलब है कि इस बार हायर सेकेंड्री का परीक्षा परिणाम 57.73 प्रतिशत रही है। जबकि पिछले वर्ष 58.33 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे।
दरअसल अब तक की समीक्षा में देखने को मिला है कि ज्यादातर उन्नयित विद्यालयों के हायर सेकेंड्री के परीक्षा परिणाम 20 से 25 फीसदी के बीच हैं। गौरतलब है कि इस बार हायर सेकेंड्री का परीक्षा परिणाम 57.73 प्रतिशत रही है। जबकि पिछले वर्ष 58.33 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे।
उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन पर उठ रही उंगली
हायर सेकेंड्री के परीक्षा परिणाम में सुधार नहीं होने के पीछे उत्तरपुस्तिकाओं के सही मूल्यांकन नहीं होने का तर्क दिया जा रहा है। वैसे तो इस बारे में कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है लेकिन तर्क है कि यहां की कॉपियां अब की बार भिंड व मुरैना जिले में मूल्यांकन के लिए भेजी गई थी। वहां जिस जिले की कॉपी जाती है, उसका परिणाम संतोषजनक नहीं होता है। सतना जिला इसका उदाहरण है। पिछले वर्षों से सतना की कॉपी उन जिलों में जाती रही है लेकिन इस बार रीवा की कॉपियां भेजी गई थी। माना जा रहा है कि कॉपियों का औसत मूल्यांकन कर कर दिया गया है।
हायर सेकेंड्री के परीक्षा परिणाम में सुधार नहीं होने के पीछे उत्तरपुस्तिकाओं के सही मूल्यांकन नहीं होने का तर्क दिया जा रहा है। वैसे तो इस बारे में कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है लेकिन तर्क है कि यहां की कॉपियां अब की बार भिंड व मुरैना जिले में मूल्यांकन के लिए भेजी गई थी। वहां जिस जिले की कॉपी जाती है, उसका परिणाम संतोषजनक नहीं होता है। सतना जिला इसका उदाहरण है। पिछले वर्षों से सतना की कॉपी उन जिलों में जाती रही है लेकिन इस बार रीवा की कॉपियां भेजी गई थी। माना जा रहा है कि कॉपियों का औसत मूल्यांकन कर कर दिया गया है।
अनुत्तीर्ण विषय की छात्र दे सकेंगे पूरक परीक्षा
हायर सेकंड्री व हाई स्कूल की पूरक परीक्षा के लिए आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि तीन जून घोषित की गई। जारी निर्देशों के अनुरूप हाई स्कूल के वह छात्र भी पूरक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं, जो बेस्ट फाइव योजना के तहत उत्तीर्ण है। ऐसे छात्र अनुत्तीर्ण विषय में पूरक परीक्षा दे सकेंगे।
हायर सेकंड्री व हाई स्कूल की पूरक परीक्षा के लिए आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि तीन जून घोषित की गई। जारी निर्देशों के अनुरूप हाई स्कूल के वह छात्र भी पूरक परीक्षा में शामिल हो सकते हैं, जो बेस्ट फाइव योजना के तहत उत्तीर्ण है। ऐसे छात्र अनुत्तीर्ण विषय में पूरक परीक्षा दे सकेंगे।
3 जुलाई को होगी पूरक परीक्षा
हायर सेकेंड्री में एक व हाईस्कूल में दो विषयों में अनुत्तीर्ण छात्रों को पूरक परीक्षा में शामिल होने की पात्रता दी गई है। हायर सेकंड्री की परीक्षा तीन जुलाई को और हाई स्कूल की पूरक परीक्षा चार से 12 जुलाई के बीच आयोजित होगी। अंकों की पुनर्गणना के जरिए लाभ प्राप्त करने वाले छात्र परीक्षा से एक दिन पहले तक पूरक परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
हायर सेकेंड्री में एक व हाईस्कूल में दो विषयों में अनुत्तीर्ण छात्रों को पूरक परीक्षा में शामिल होने की पात्रता दी गई है। हायर सेकंड्री की परीक्षा तीन जुलाई को और हाई स्कूल की पूरक परीक्षा चार से 12 जुलाई के बीच आयोजित होगी। अंकों की पुनर्गणना के जरिए लाभ प्राप्त करने वाले छात्र परीक्षा से एक दिन पहले तक पूरक परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकेंगे।