जिसे लेकर वकील और पक्षकारों में असंतोष है। बताया गया कि कार्यालय में नियमित अधिकारी नियुक्त नहीं हैं। प्रभारी अधिकारी हफ्ते में एक दिन आते हैं। वह भी महज तीन घंटे के बाद चले जाते हैं। ऐसे में न तो क्षेत्रीय समस्याएं सुनने के लिए कोई अधिकारी है और न ही तहसील के रुटीन के काम हो रहे हैं।
वकीलों ने नियमित अधिकारियों की पदस्थापना किए जाने की मांग उठाई है। वकीलों ने कहा कि जवा में तहसीलदार और एसडीएम की नियुक्ति की जाए, जिससे पक्षकारों को दिक्कत न हो। जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए जल्द अधिकारियों की पदस्थापना किए जाने की मांग उठाई है।
प्रदर्शन के दौरान शिवकुमार मिश्र, श्रवण चौरासिया, केके तिवारी, विद्याकान्त पाण्डेय, महेन्द्र पाण्डेय, रामरतन गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल रहे। जिले के आला अफसरों का चेतावनी दी है कि जल्द तहसीलदार और एसडीएम की पदस्थपना की जाए नहीं तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।