सिटी बस को लेकर हुए विवाद पर कलेक्टर ने संज्ञान लिया है। उन्होंने शनिवार को सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी के सदस्यों और ऑटो चालकों के साथ बैठक बुलाई है। इसमें ऑटो चालकों की भी बात सुनी जाएगी और तय किया जाएगा कि आगे किस तरह से इनका संचालन शहर में किया जाना है।
रेलवे स्टेशन में सिटी बसें नहीं जाने देने की मांग पर अड़े ऑटो ड्राइवर यूनियन की बैठक आयोजित की गई। जहां पर उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ला को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कहा गया कि सिटी बसें और सीधी, हनुमना, चाकघाट आदि के लिए जाने वाली बसों को रेलवे स्टेशन तक जाने में रोक लगाने का आश्वासन मंत्री ने दिया है। इस बैठक में यूनियन के अध्यक्ष अशोक द्विवेदी, रमाकांत तिवारी, राजेश तिवारी, अंजनी तिवारी, अंबिका प्रसाद, रामकुमार पाठक, अनिल मिश्रा, त्रिवेणी पाण्डेय, सतीश विश्वकर्मा, पप्पू विश्वकर्मा, कृष्ण कुमार सोधिया, राजू वर्मा, अब्बास खान, कयूम खान सहित अन्य शामिल रहे।
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शहरवासी बोले, ऑटो चालकों को नहीं मिले मनमानी की छूट
प्रशांत शुक्ला, नौकरीपेशा,
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बढ़ते ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद थी। पता चला कि रीवा में सिटी बस चल रही है तो अच्छा लगा लेकिन अब बंद कराने का भी कुछ लोग प्रयास कर रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए, शहर में विकास हो रहा है तो संसाधन भी बढऩा जरूरी है।
नम्रता तिवारी, छात्रा,
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बड़ी मुश्किल से शहर में सिटी बस चली, लगा था कि एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाने में आराम मिलेगा। बस चलने से ऑटो वालों का धंधा बंद नहीं होगा। बड़े शहरों में बस, ऑटो दोनों चल रहे हैं। प्रशासन को जनता की भलाई पर ध्यान देने की जरूरत है।
मुकेश सिंह, एक्जिक्यूटिव
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ज्योतिमा सिंह, गृहणी।