एटीएम बूथों में लगातार ठगी की घटनाओं को देखते हुए पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने क्राइम ब्रांच प्रभारी नवीन दुबे के नेतृत्व में टीम गठित की थी। इस टीम ने समान थाना क्षेत्र में एक संदिग्ध को पकड़ा। पहले तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन बाद में उसने एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर अपने साथियों के साथ मिलकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। इस गिरोह के दो अन्य सदस्यों को पुलिस ने पकड़ लिया। उनके कब्जे से काफी संख्या में क्लोन के रूप में बनाए गए कार्ड, मशीन, पेन ड्राइव, स्केनर बरामद किया है जिसका उपयोग ये वारदात को अंजाम देने के लिए करते थे। पकड़े गए बदमाशों में रवीन्द्र सिंह पिता सत्यनारायण 23 वर्ष, सर्वजीत उर्फ हिमांशू सिंह पिता राजकुमार 26 वर्ष दोनों निवासी मानपुर जसरा थाना लालापुर जिला प्रयागराज उ.प्र., आशीष तिवारी पिता रामअकवास तिवारी 35 वर्ष निवासी चतसुंदरपुर थाना गोपीगंज जिला भदोही उ.प्र. शामिल है।
पकड़े गए बदमाशों से लगातार पूछताछ की जा रही है। इन बदमाशों ने सैकड़ों घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस अब हर मामलों में इनकी पीडि़तों से पहचान करवायेगी। उनको रिमांड में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस गिरोह को पकडऩे में उपनिरीक्षक शिवपूजन मिश्रा, साइबर सेल प्रभारी गौरव मिश्रा, स्क्वाड प्रभारी अभिषेक पाण्डेय, आरक्षक हफीजुर्रहमान, आरक्षक मानेन्द्र शर्मा, आरक्षक सुभाषचंद्र, आरक्षक द्वारिका पटेल, आरक्षक रामदरश पटेल, आरक्षक शरद सिंह चंदेल, पवन पाठक, कृष्णकांत नामदेव, वरुणेन्द्र सिंह सहित अन्य लोग शामिल रहे।
पकड़े गए बदमाश बड़ी सफाई से घटना को अंजाम देते थे। ये अक्सर सूनसान एटीएम बूथों के आसपास सक्रिय होते थे और जब भी कोई रुपए निकालने आता तो उसका एटीएम कार्ड लेकर हांथ में छिपाकर रखी गई मशीन में स्केन कर लेते थे। उक्त कार्ड का पूरा डाटा उसमें आ जाता था। बाद में साफ्टवेयर के जरिये नया एटीएम कार्ड बना लेते थे। उसी दौरान आरोपी बड़ी सफाई से पासवर्ड भी देख लेते थे और दूसरे एटीएम बूथ में जाकर रुपए आहरण कर लेते थे।