बैंक प्रंबधक की लापरवाही से 20 किलो मीटर दूर तक के उपभोक्ताओं को बैरंग लौटना पड़ा। व्यवस्थापक 18 अप्रेल को हो सूचना लगाई थी कि आज बैंक बंद रहेगा। एक दिन पहले जानकारी दी गई होती तो उपभोक्ता परेशान नहीं होते। बीस किलो मीटर दूर डिहिया से आये रामानुज वर्मा ने बताया कि घर के मरीज अस्पताल में पड़े हैं। उनको 10 हजार की जरूत थी लेकिन क्योस्क सेवा के संचालक सौ रुपए अधिक मांग रहा है। जिससे बिना रुपए निकलवाए ही वापस जा रहे हैं।
इसी प्रकार दस किमी दूर ग्राम बगढा से बाए 72 वर्षीय गिरिजा प्रसाद दुबे को भी एक हजार रुपए की जरूरत थी, लेकिन बिना रुपए निकलवाए ही लौटना पड़ा। इनका कहना था कि बैंक बंद होने की सूचना पूर्व में देनी चाहिए थी। लेकिन प्रबंधन ने लापरवाही की और उसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ा।