मुख्यमंत्री ने माफिया पर कार्रवाई को लेकर एक बार फिर नगर निगम के अधिकारियों के सामने अपनी बात दोहराई। इस दौरान कलेक्टर एवं एसपी सहित अन्य अधिकारी भी थे। जिनसे मुख्यमंत्री ने कहा कि माफिया से जनता को मुक्त कराना पहला टारगेट होना चाहिए। चाहे वह भूमि से जुड़े माफिया हों, नशे के हों, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित किसी भी क्षेत्र के हों उन पर सख्ती के साथ कार्रवाई होना चाहिए। भोपाल, इंदौर सहित कई शहरों में चल रही कार्रवाई का उदाहरण देते हुए कहा कि रीवा में भी उसी तरह से सख्त कार्रवाई करो।
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बोलो उतना जितना कर सको
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि बोलो उतना जितना कर सको। ग्लैमर दिखाने की जरूरत नहीं है, आवश्यकता है कि आम व्यक्ति तक शासन की योजनाएं पहुंचे और उसे किसी तरह की असुविधा नहीं हो।
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– सीवरेज के कार्यों पर असंतुष्ट रहे मुख्यमंत्री
शहर में चल रहे सीवरेज प्रोजेक्ट के कार्यों की गति को लेकर मुख्यमंत्री नाराजगी जाहिर की और कहा कि जो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट हैं उनका समय पर पूरा होना भी आवश्यक है। इनके कार्यों से आम जनता को परेशानी होती है। अधिकारियों से कहा कि नियमित समीक्षा करो और आवश्यकता पड़े तो सख्त कार्रवाई भी होना चाहिए। स्टार्म वाटर ड्रेन के कार्यों पर भी असंतुष्टि जाहिर की।
कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में जिले के विधायक भी पहुंचे। शहर के विकास के रोडमैप पर उन्होंने भी अपना सुझाव दिया। सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह ने कहा कि वेंकट भवन शहर के मध्य ऐतिहासिक और आकर्षक भवन है, इसका कायाकल्प कराया जाए। साथ ही वैजू धर्मशाला के बेहतर रखरखाव की बात भी कही। सिंह ने लक्ष्मणबाग संस्थान के वैभव का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर कुछ अव्यवस्थाएं भी हैं उनको सुधारने के लिए भी शासन स्तर पर कार्ययोजना बनाए जाने की आवश्यकता है। गिरीश गौतम ने शहर में तेजी से बढ़ती अवैध कालोनी पर चिंता जाहिर की तो सीएम ने कहा कि माफिया पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं, जिसमें यह भी शामिल है। मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल ने भी अपने क्षेत्र की कुछ समस्याओं को उठाया।
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