चुनाव आयोग ने विधानसभा क्षेत्र में वोटरों को प्रलोभन देने और डराने-धमकाने सहित अन्य तरीके से मतदान प्रभावित करने वालों पर नजर के लिए मॉनीटरिंग सेल, उडऩ दस्ता (एफएसटी), स्थैतिक निगरानी दल (एसएसटी) और वीडियो निगरानी दल (वीएसटी) को फील्ड में रवाना कर दिया गया है। ये दल चुनावी खर्चे पर नजर रखेगा। प्रत्येक विधानसभा में तीन-तीन दल लगाए गए हैं। आचार संहिता के दौरान फील्ड में 50 हजार से अधिक नगद लेकर चल रहे हैं तो पैसे का उपयोग बताना होगा।
अभ्यर्थी या उसके अभिकर्ता या फिर दल के कार्यकर्ता वाहन, पोस्टर, चुनाव सामग्री (10हजार से अधिक मूल्य) की जिसका उपयोग चुनाव प्रलोभन के लिए है तो ये दल कार्रवाई करेगा। इसी तरह एसएसी दल में एक मजिस्ट्रेट के साथ 3 से 4 पुलिस दल और वीडिया ग्राफर शामिल रहेंगेा। अवैध, नगद, शराब, शस्त्र या उपहार वस्तुओं के साथ ही सडक़ पर चौकी लगाकर जांच करेंगे।
चुनाव आयोग के निर्देश पर सोमवार को एफएसटी, बीएसटी और एसएसटी सहित अन्य दल को मिलाकर 56 दलों को रवाना किया गया। जिला निर्वावन अधिकारी ने चुनाव आयोग की गाइड लाइन बताने के बाद चेतावनी दी है कि चुनाव में कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी। दोपहर बाद सभी दल के नोडल अधिकारियों को वाहन और डीजल पर्ची उपब्ध कराए गए। कलेक्ट्रेट में डीजल और पर्ची के लिए व्यय मॉनीटरिंग सेल में जद्दोजहद करते रहे। अपर कलेक्टर इला तिवारी ने व्यय लेखा टीम के साथ मंथन किया और चुनाव आयोग की गाइड लाइन के तहत सभी दल को वाहन उपलब्ध कराने के साथ ही फील्ड में रवाना कर दिया है।