खावड़ी ने कहा, हर विधानसभा में 30 फीसदी ऐसे लोग हैं जो कांग्रेस के पारंपरिक वोटर थे। बीते कुछ समय से ये बसपा और भाजपा से जुड़ गए हैं। इन्हें वापस जोडऩे के लिए संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया है कि बसपा और भाजपा के कई दलित नेता संपर्क में हैं जल्द ही कांग्रेस ज्वाइन करेंगे।
रीवा जिले के कई गांवों का भ्रमण करने के बाद खावड़ी ने कहा कि मध्यप्रदेश में तीन बार लगातार भाजपा को जीत मिली, जिन नेताओं के रहते कांग्रेस हारती रही है, उनकी अब समीक्षा होगी। यदि वह क्षेत्र में लोकप्रिय नहीं होंगे तो युवाओं को अवसर देकर जीत सुनिश्चित करेंगे। गुटबाजी के सवाल पर कहा कि यह बात राहुल गांधी तक पहुंची है, जल्द ही कड़े फैसले लिए जाएंगे।
पूर्व में हर जिले के लिए नियुक्त केन्द्रीय पर्यवेक्षकों की भूमिका पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि जिलों से शिकायत मिल रही है कि ये पर्यवेक्षक कार्यकर्ताओं पर मनमानी दबाव बना रहे हैं।
इस पर केन्द्रीय पर्यवेक्षक खावड़ी ने कहा कि चुनाव में पूरी जवाबदेही प्रदेश कांग्रेस की होगी। ऐसे में कार्यकर्ताओं की बात को अनसुना करना उचित नहीं है जो शिकायतें आ रही हैं उन पर अमल होना चाहिए।