स्कूल बिल्डिंग की रिपेयरिंग के लिए वर्षों के इंतजार के बाद 50 लाख रुपए का बजट जारी किया गया। उद्योग मंत्री राजेंद्र शुक्ल के प्रयास के बाद मिले बजट से भवन की छत से लेकर दीवार तक को रिपेयर किया गया। पूरे भवन की पुताई भी की गई।
निर्माण सहित साज-सज्जा का कार्य जुलाई में पूरा हुआ। कार्य पूरा हुए अभी दो महीने भी नहीं बीते हैं कि भवन की स्थिति पहले जैसी दिखने लगी है। स्कूल भवन में बाहर की ओर की गई पुताई जहां धुल गई है, वहीं दूसरी ओर अंदर की ओर की गई पुताई चिट्टे के रूप में उखडऩे लगी है।
विद्यालय सूत्रों की माने तो भवन की रिपेयरिंग के लिए ५० लाख रुपए का बजट सीमेंट कंपनी की ओर से कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी (सीएसआर) मद में दिया गया है। कंपनी की ओर से मिले लाखों के बजट को निर्माण एजेंसी ने केवल खानापूर्ति में ही खपा दिया है।
स्कूल भवन की रिपेयरिंग में 50 लाख रुपए का बजट खपाने के बाद निर्माण एजेंसी दूसरी किश्त में मिले करीब 25 लाख रुपए के बजट को भी खपाने की तैयारी में हैं। उद्योग मंत्री की सिफारिश पर बजट की दूसरी किश्त भी जारी कर दी गई है। बाकी है तो केवल कार्य शुरू करने की। अब तक हुए कार्य के मद्देनजर तय है कि दूसरी किश्त का प्रयोग भी पहले जैसा ही होगा।