दिल्ली की टीम गोविंदगढ़ गोदाम में परखने पहुंची धान की मात्रा, 44 गोदाम में रखी है 35 क्विंटल धान
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) भारत सरकार की चार सदस्यीय टीम का रीवा में तीन दिन से डेरा, अब तक पांच गोदामों में मात्रा की कर चुकी जांच
FCI team reached Rewa to investigate grain storage from Delhi
रीवा. भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) भारत सरकार की चार सदस्यीय ने रीवा में डेरा डाल दिया है। सोमवार की सुबह टीम गोदाम में रखे धान व चावल के स्टाक की मात्रा परखने के लिए गोविंदगढ़ व गढ़ पहुंची। दिल्ली से आई टीम की अगुवाई एफसीआई के एसआर साकेत कर रहे हैं। टीम के सदस्य गोदाम में भंडारित धान व चावल की मात्रा परखने के लिए दस्तावेज खंगाल रही है।
35 लाख क्विंटल गोदाम व कैप में रखी है धान
जिले में वर्ष 2020-21 में लगभग 35 लाख क्विंटल धान की तौल हुई है। उपार्जन के बाद जिले के 33 गोदाव व 11 ओपेन कैप में धान रखा गया है। गोदाम में जमा धान क रखरखाव व स्टाक को परखने के लिए एसफीआई की टीम तीन दिन से डेरा डाले हुए हैं। बीते सीजन में गोदामों में उपार्जन के बाद जमा किए गए धान और वर्तमान में मिलिंग के बाद जमा किए गए चावल के स्टाक की मात्रा की जांच करने के लिए आई है।
गोविंदगढ़ में 1.20 लाख क्विंटल जमा है धान
गोविंदगढ़ में टीम पहुंची। यहां पर 1.20 लाख क्विंटल धान जमा किया है। गोदाम में रखी धान का उठाव समय से नहीं होने के कारण अभी भी धान गोदाम में डंप पड़ी है। इसके बाद टीम गुढ़ गोदाम में पहुंची। यहां पर 70 हजार क्विंटल धान जमा है। टीम के सदस्यों ने धान के स्टाक का मिलान की।
आधा दर्जन गोदामों की हो चुकी जांच
बताया गया कि टीम इससे पहले पीटीएस, जोगिनिहाई, अनंतपुर, रूद्रामंदाकिनी गोदाम की जांच कर चुकी है। टीम को जांच के दौरान कुछ गोदामों में स्टाक कम मिला है। स्टाक की जांच पूरी होने के बाद नागरिक आपूर्ति निगम को रिपोर्ट की जाएगी। इसके बाद ही धान व चावल की कम मात्रा सामने आएगी।
ठंडे बस्ते में सिरमौर गोदाम में गड़बड़ी की जांच
सिरमौर गोदाम में प्रभारी के द्वारा सीधे मिल से -चावल सप्लाई किए जाने की जांच का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। प्रबंध संचालक अभिजीत अग्रवाल ने सिरमौर में गरीब एक लाख क्विंटल से अधिक चावल की गुणवत्ता, सप्लाई और परिवहनकर्ता की मनमानी की जांच के लिए दो एरिया मैनेजर समेत चार सस्यीय जांच टीम गठित की गई है। पखवारा बीतने के बाद भी जांच पूरी नहीं हो सकी है। सप्ताहभर पहले एसडब्ल्यू के शाखा प्रबंधक को दस्तावेज लेकर भोपाल बुलाया गया। तब से लेकर जांच ठंडे बस्ते में चली गई है।
चावल मिलिंग का काम भी धीमा, धान खराब होने की बढ़ी आशंका
नागरिक आपूर्ति निगम की अनदेखी के चलते जिले में चावल मिलिंग की प्रगति धीमी पड़ गई है। जिससे ओपेन कैप में रखी धान बारिश के दौरान खराब होने की आशंका बढ़ गई है। जेपी गोदाम में सीसी सड़क पर ओपेन कैप बनाकर धान रख दिया गया है। बारिश के दौरान धान खराब हो रही है।