वर्तमान में डेंगू का कहर लगातार बढ़ रहा है। पिछले पन्द्रह दिन के अंदर ही डेंगू के आधा सैकड़ा मरीज सामने आ चुके है जिनका इलाज किया जा रहा है। एक दिन में डेंगू के 6 मरीज सामने आ चुके थे। डेंंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएमएचओ डा. बीएल मिश्रा ने सभी प्राइवेट नर्सिंग होम संचालकों व चिकित्सकों को डेंगू के मरीजो्रं की तत्काल सूचना कार्यालय को देने के निर्देश दिये है। जितने भी मरीज आयेंगे उनकी जानकारी कार्यालय भेजेंगे। शहर में स्थित पैथालाजी की रिपोर्ट मान्य नहीं होगी बल्कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज मे्रं जांच की व्यवस्था की गई है जिसकी रिपोर्ट के आधार पर डेंगू मरीजों की गणना होगी। यदि बिना सूचना के मरीजों को भर्ती कर इलाज करवाने वाले चिकित्सकों पर कार्रवाई की जायेगी। जो भी संदिग्ध मरीज उनके पास आयेंगे उनको एलीसा टेस्ट करवाने के लिए अस्पताल भेजेंगे।
मरीजों की संख्या छिपाने पर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर लगातार अहतियात बरत रहा है। इसके ्रबाद भी मरीजों की संख्या लगातार बढती जा रही है। अभी तक आधा सैकड़ा के्र लगभग मरीज सामने आ चुके है जिनका इलाज हुआ है। स्वास्थ्य विभाग डेंगू के इलाज के समुचित इंतजामों के दावे कर रहा है। संजय गांधी अस्पताल व जिला अस्पताल में आवश्यक दवाईयां उपलब्ध करवा दी गई है और जांच की व्यवस्था भी सुनिश्चित करवा दी गई है।
वर्तमान में मौसमी बीमारियां भी तेजी से पैर पसार रही है। सर्दी, बुखार सहित अन्य बीमारियों से काफी संख्या में पीडि़त मरीज अस्पताल पहुंच रहे है। करीब दर्जन भर मरीज प्रतिदिन अस्पताल में भर्ती हो रहे है जिससे मेडिसीन विभाग पूरी तरह से भर गया है। हालत यह है कि अब यहां बिस्तर के भी लाले पड़ गए है। वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में चिकित्सक जमीन में बिस्तर लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे है। हालांकि इस मौसम में हर साल मौसमी बीमारियां बढ़ती है। काफी संख्या में मरीज जमीन में इलाज करवा रहे है। चिकित्सकों की माने अभी कुछ दिन मौसमी बीमारियों का कहर जारी रहेगा जिसको लेकर सावधानी बरतें।
वर्तमान में डेंगू के साथ मलेरिया का हमला भी हो रहा है जिसकी चपेट में लोग आ रहे है। दरअसल डेंगू वायरल फैलाने वाले मच्छर दिन में हमला करते है और लोगों को बीमारियां बांटते है। वहीं मलेरिया के मच्छर रात में हमला करते है। ये रात में सोते समय लोगों पर हमला कर बीमारियां बांटते है। ऐसे में इनसे बचने पर ही बीमारियों पर रोकथाम लग सकती है।
डेंगू की रोकथाम के लिए सभी नर्सिंग होम संचालकों को संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए अस्पताल भेजने के निर्देश दिये गये है। प्राइवेट पैथालाजी में जांच के बजाए उनको संजय गांधी व जिला अस्पताल भिजवाए ताकि उनकी जांच करवाई जा सके। सूचना छिपाने वाले नर्सिंग होम संचालकों पर कार्रवाई की जायेगी।
डा. बीएल मिश्रा, सीएमएचओ