खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय को सूचना मिली कि शहर में उचित मूल्य की कई दुकानों पर ताला लटक रहा है। जिला नियंत्रक उपभोक्ताओं की सूचना पर सुबह 11 बजे शहर में राशन दुकानों का निरीक्षण करने पहुंचे। वार्ड वार्ड 26 में राशन दुकान खुली मिली। स्टांक चेक करने पर 36 क्विंटल के बजाए १५ क्विंटल ही राशन मिला। जांच के दौरान इलेक्ट्रानिक कांटा नाप-तौल विधि माप विभाग से सत्यापित नहीं था। नियंत्रक ने नाप-तौल के निरीक्षण को बुलाकर तौल कांटा जब्तकर प्रकरण बनाया है।
निरीक्षण के दौरान वार्ड-28 प्राथमिक उपभोक्ता भंडार में ताला लटक रहा था। यहां पर उपभोक्ता राशन लेने के लिए पहुंचे थे। इसी तरह वार्ड 29 में महिला उपभोक्ता भंडार व वार्ड 30 में महिला बहुउद्देश्यीय एवं इसी वार्ड में दूसरी दुकान प्रभात अनाज भंडारण केन्द्र पर भी ताला बंद रहा। कुल मिलाकर पांच दुकानों पर ताला लटक रहा था। सभी विक्रेताओं ने नियंत्रक ने कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। उधर, नियंत्रक की सूचना से विक्रेताओं में हडकंप मचा है। नियंत्रक ने बताया कि राशन दुकानों के खुलने का समय सुबह ९ से दोपहर एक बजे तक है। इसके बाद शाम चार बजे से सात बजे तक निर्धारित किया गया है। निर्धारित समय में राशन दुकानों को नहीं खोलने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी गौरी शुक्ला आदि रहे।
राशन दुकानों पर सत्यापित नहीं इलेक्ट्रानिक तौल कांटा, लापरवाह बने जिम्मेदार
जिले में ज्यादातर राशन विक्रेता इलेक्ट्रनिक तौल कांटा का सत्यापन नहीं कर रहा है। बावजूद इसके नाप-तौल विभाग के अधिकारी लापरवाह बने हैं। शहर में जिला नियंत्रक के निरीक्षण के दौरान वार्ड-२६ के विक्रेता का तौल कांटा बगैर सत्यापित किए संचालित किया जा रहा था। जिसे जब्त कर लिया गया है। इसी तरह शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की ज्यादातर दुकानों पर मनमानी की जा रही है। जिससे गरीबों को राशन कम मिल रहा है।