सहायक संचालक उद्यानकी योगेश कुमार पाठक ने डीडीए साहब ऋणमाफी योजना के लिए हमारी ड्यूटी हनुमना लगा दी गई है। ऋणमाफी शिविर के लिए आप के विभाग को पांच लाख रुपए खर्च करने का बजट मिला है। हमारे पास तो वाहन तक नहीं हैं। आप ही बताएं कैसे काम करेंगे। जवाब में डीडीए ने कहा, शासन की गाइड लाइन के तहत ही फील्ड में काम करना पड़ेगा।
बैठक में कृषि विभाग सहित विभिन्न विभागों से पहुंचे अधिकारियों को समिति के अध्यक्ष लल्लू कुशवाहा ने बताया कि समिति के दो सदस्य आए हैं। इस लिए कोरम के आभाव में बैठक स्थतगित कर सर्वसम्मत से 6 मार्च को बैठक की तिथि निर्धारित की गई है। इस दौरान एजेंडे से हटकर योजनों को लेकर औपचारिक चर्चा की गई।
इस दौरान उद्यान अधिकारी ने विपणन विभाग के प्रबंधक से कहा, क्रेडिट पर खाद दे दीजिए, नर्सरी प्रोडक्शन प्रभावित हो रहा है। जवाब में प्रबंधक बोले, नगद जमा करने पर ही खाद मिलेगा। दोबारा उद्यान अधिकारी ने कहा, ट्रेजरी में बगैर बिल लगाए भुगतान हीं किया जा रहा है। सरकारी विभाग को तो खाद दे दीजिए। जिला विपणन अधिकारी पीके परौहा ने कहा शासन से गाइड लाइन मांगी है। इस दौरान समिति के अध्यक्ष ने प्याज की बुआई को लेकर यूरिया, डीएपी खाद समितियों पर उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
बैठक में डीडीए जिपं सदस्य शिवकली नट, कृषि वैज्ञानिक डॉ. अखिलेश कुमार, केएन सिंह, एग्रो प्रबंधक यूआर सिंह, शिवेन्द्र ङ्क्षसह, सीसीवी सीइओ व्हीएम गौतम सीसीवी ममता पटेल, सीसीवी एएफओ संजय श्रीवास्त, वेटनरी से राजेन्द्र ङ्क्षसह, डीपी सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।