जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर नवीन सांसद आदर्श गांव बड़ागांव के सामने आयुर्वेद औषधालय केंद्र स्थापित है। सुबह 10.45 बजे महिला स्वीपर हीरा आदिवसी बेंच पर आराम कर रही थीं। डॉक्टर की टेबल पर इक्विपमेंट रखे हुए थे। डॉक्टर का इंतजार कर रहे मरीजों के पूछने पर स्वीपर ने बताया कि डॉक्टर की तबियत खराब है। दो दिन बाद आइए। आप यकीन नहीं करेंगे ये कहानी अकेले इस केंद्र की नहीं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादातर आयुर्वेद औषधि केंद्रों की है। स्वीपर और चपरासी केंद्र को संचालित कर रहे हैं। गोविंदगढ़, नईगढ़ी, डभौरा, हनुमना सहित अन्य क्षेत्र के ज्यादातर औषधालयों में यही हाल है।
सांसद आदर्श गांव से लेकर अन्य ग्राम पंचायतों में नहीं मिल रहा इलाज, जिले में पचास फीसदी से ज्यादा गांवों में पटरी से उतरी स्वास्थ्य सेवाएं आयुर्वेद औषधालय केंद्र पर दवाओं का टोटा है। गांव के मरीजों ने बताया कि दवा खत्म हो गई है, कई दिन से दवा लेने के लिए आ रहे हैं, लेकिन दवा नहीं मिल रही है। पिछले दो दिन से डॉक्टर भी नहीं मिल रहे हैं। गांव में सर्दी, जुखाम, बुखार के साथ-साथ वायर फैला हुआ है। डॉक्टर गांव में भ्रमण भी नहीं करने आते हैं। शासकीय आयुर्वेद औषधालय से डॉक्टर गायब, स्वीपर के भरोसे स्वास्थ्य सेवाएं