मेडिकल बोर्ड ने किया अनफिट
लोकसभा चुनाव में अब तक 400 से अधिक कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त कर दिया गया है। जिला पंचायत से कलेक्टर कार्यालय को दी गई जानकारी के अनुसार 50 से अधिक कर्मचारियों को मेडिकल बोर्ड ने अनफिट कर दिया है। जबकि सैकड़ों कर्मचारियों के घर में शादी-ब्याह होने के कारण चुनाव ड्यूटी से पृथक कर दिया गया है। इसी तरह दर्जनभर से अधिक ऐसे कर्मचारी हैं जिनकी स्वयं की शादी हो रही है। इस तरह के कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त कर दिया गया है।
लोकसभा चुनाव में अब तक 400 से अधिक कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त कर दिया गया है। जिला पंचायत से कलेक्टर कार्यालय को दी गई जानकारी के अनुसार 50 से अधिक कर्मचारियों को मेडिकल बोर्ड ने अनफिट कर दिया है। जबकि सैकड़ों कर्मचारियों के घर में शादी-ब्याह होने के कारण चुनाव ड्यूटी से पृथक कर दिया गया है। इसी तरह दर्जनभर से अधिक ऐसे कर्मचारी हैं जिनकी स्वयं की शादी हो रही है। इस तरह के कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त कर दिया गया है।
विधानसभा चुनाव में 465 कर्मचारी हुए थे मुक्त
विधानसभा चुनाव में 465 से अधिक कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त किया गया था। मंगलवार कलेक्टर कार्यालय के कुछ कर्मचारी चहेते कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त करने की सिफारिश जिला पंचायत कार्यालय में की। कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण ड्यूटी से मुक्त नहीं किया गया। इसकी शिकायत कलेक्टर और अपर कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची। इस बीच किसी बात को लेकर मामला कलेक्टर के समक्ष पेश हुआ तो कलेक्टर ने जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई।
गलत जानकारी पर आवेदनों की होगी जांच
चेतावानी दी कि अवकाश लेने वाले कर्मचारियों की जांच कराएंगे। अगर गलत पाया गया तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि गलत जानकारी देकर ड्यूटी कटवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। उदाहरण के तौर पर बुधवार दोपहर तिलखन में पदस्थत शिक्षिका पूनम पांडेय के भतीजे की शादी 7 मई को भोपाल में है। 26 अप्रेल को अवकाश के लिए आवेदन दिया है। अवकाश की बात तो दूर, जिला पंचायत कार्यालय में बाबुओं के बंडल में आवेदन नहीं मिल रहा था। परियोजना अधिकारी के फटकार पर आवेदन मिला तो अगली कार्रवाई शुरू की गई है।
विधानसभा चुनाव में 465 से अधिक कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त किया गया था। मंगलवार कलेक्टर कार्यालय के कुछ कर्मचारी चहेते कर्मचारियों को चुनाव से मुक्त करने की सिफारिश जिला पंचायत कार्यालय में की। कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण ड्यूटी से मुक्त नहीं किया गया। इसकी शिकायत कलेक्टर और अपर कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची। इस बीच किसी बात को लेकर मामला कलेक्टर के समक्ष पेश हुआ तो कलेक्टर ने जिम्मेदारों को कड़ी फटकार लगाई।
गलत जानकारी पर आवेदनों की होगी जांच
चेतावानी दी कि अवकाश लेने वाले कर्मचारियों की जांच कराएंगे। अगर गलत पाया गया तो जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने चेतावनी दी है कि गलत जानकारी देकर ड्यूटी कटवाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। उदाहरण के तौर पर बुधवार दोपहर तिलखन में पदस्थत शिक्षिका पूनम पांडेय के भतीजे की शादी 7 मई को भोपाल में है। 26 अप्रेल को अवकाश के लिए आवेदन दिया है। अवकाश की बात तो दूर, जिला पंचायत कार्यालय में बाबुओं के बंडल में आवेदन नहीं मिल रहा था। परियोजना अधिकारी के फटकार पर आवेदन मिला तो अगली कार्रवाई शुरू की गई है।
सेक्टर अधिकारियों की ड्यूटी में भी खेल
लोकसभा चुनाव की ड्यूटी लगाने और कटवाने का बड़ा खेल चल रहा है। सेक्टर अधिकारी व सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाने के लिए डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि मतदान दल गठन के लिए जिला पंचायत सीइओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मतदान दल गठन में कर्मचारियों के ड्यूटी काटने में सवाल उठने लगे हैं। जबकि सेक्टर अधिकारियों को ड्यूटी से मुक्त रखने में भी खेल किया गया है। बिजली विभाग से लेकर कई अन्य विभागों के अधिकारी साठ-गांठ से ड्यूटी से मुक्त हो गए है।
लोकसभा चुनाव की ड्यूटी लगाने और कटवाने का बड़ा खेल चल रहा है। सेक्टर अधिकारी व सेक्टर मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाने के लिए डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि मतदान दल गठन के लिए जिला पंचायत सीइओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। मतदान दल गठन में कर्मचारियों के ड्यूटी काटने में सवाल उठने लगे हैं। जबकि सेक्टर अधिकारियों को ड्यूटी से मुक्त रखने में भी खेल किया गया है। बिजली विभाग से लेकर कई अन्य विभागों के अधिकारी साठ-गांठ से ड्यूटी से मुक्त हो गए है।