विधानसभा चुनाव-२०१८ में वोट प्रतिशत बढ़ाने और वोटरों को जगारूक करने के लिए तरह-तरह का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। चुनाव आयोग वोटिंग की नई व्यवस्था को लेकर फील्ड में इवीएम-वीवीपैट मशीनों का प्रदर्शन और उसकी पद्धति बताने के लिए अभियान चला रहा है। फील्ड में प्रदर्शन के लिए भेजी गईं मशीनें मुख्य बाजार को छोड़ दे तो गांवों और छोटे-छोटे बाजार तक अभी तक नहीं पहुंचीं हैं। कुछ विधानसभा क्षेत्र में प्रदर्शन के कार्य में लगे कर्मचारियों के घर की शोभा बढ़ा रही हैं।
जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के गांव के वोटर वोटिंग मशीनों को देखने के लिए बेताब हैं। मऊगंज के उत्तरी क्षेत्र में स्थित गौरीशाहपुर बाजार वासियों ने बताया कि मशीनें अभी नहीं दिखाई गई हैं। तहसील में मशीनें रखी हैं, अभी इस ओर प्रदर्शन नहीं की गई। गौरीशाहपुर के पड़ोस में रहने वाले कुशल साकेत ने बताया कि सूचना मिली है कि मशीन आएंगी, देखने के लिए कई दिन से बाजार आ रहे हैं, लेकिन अभी तक नहीं दिखी।
जवा तहसील क्षेत्र के डभौरा में कर्मचारी मुख्य बाजार में प्रदर्शन कर चले गए। आस-पास के गांव में स्थित बाजार में मशीनों का प्रदर्शन नहीं किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता रामनरेश यादव ने बताया कि मशीनों का प्रदर्शन अभी ओबरी, गडुअई, पातीसोना डाबर, सोहावल, मइलोखर, कोल्हुआ आदि गांव पहाड़ी क्षेत्र में नहीं हुआ हैं।
हनुमना बाजार में अभी तक मशीन का प्रदर्शन नहीं किया गया। नई मशीन को देखने के लिए तहसील परिसर गए थे, बताया गया कि अभी कर्मचारी नहीं आए हैं।
श्यामबाबू गुप्ता, वोटर, हनुमना बाजार
मऊगंज बाजार में कुछ दिन पहले मशीनें दिखाई गई लेकिन, मऊगंज से १५ किमी दूर गौरीशाहपुर बाजार में मशीनें नहीं पहुंची हैं। वोटरों में नई मशीनों को देखने की उत्सुकता है।
महेन्द्र पटेल, कांग्रेस नेता
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इस बार नई मशीनें अभी तक गांव में नहीं आयी हैं, मुख्य सडक़ों पर मशीनें का प्रदर्शन किया जा रहा है। दलित आदिवासी बस्तियों में मशीनें प्रदर्शन के लिए नहीं पहुंच रही हैं।
पुष्पेन्द्र, युवा वोटर, कोटरा खुर्द
मशीनों का प्रदर्शन किया जा रहा है। फील्ड में मशीनों को भेजा गया है। बूथ स्तर पर भी प्रदर्शन किया जाएगा।
एके सिंह, रिटर्निंग अधिकारी, त्योंथर विधानसभा