जानकारी के मुताबिक प्रेमी युगल कोर्ट मैरिज कर साथ रहने को तैयार थे। उन्होंने तय किया था कि कोर्ट में विवाह कर कानूनी तौर पर वो पति-पत्नी बन जाएंगे। इसी लक्ष्य के साथ वो कोर्ट पहुंचे ही थे कि युवती के परिजनों ने देख लिया। युवती जैसे ही कलेक्ट्रेट गेट से अंदर प्रवेश करने वाली थी तभी उसके परिजन वहां पहुंच गए और उसे अपने साथ ले जाने लगे। हालांकि युवती प्रेमी को छोड़ कर जाने को तैयार नहीं थी। ऐसे में युवक भी अपनी होने वाली पत्नी को छोड़ना नहीं चाहता था। लिहाजा युवती के परिजनों और युवक के बीच काफी देर तक गुत्थम-गुत्थी भी हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवती के परिजनों और युवक के बीच करीब आधे घंटे तक गुत्थम-गुत्थी चली। अंततः युवती के परिवार वाले युवती को युवक से अलग करने में कामयाब हो गए। वो युवती को पकड़कर जबरन घर ले गए।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो गुत्थम-गुत्थी के दौरान युवती के परिजनों की ओर से करीब दर्जन भर लोग थे जबकि युवक अकेले था। लिहाजा वो युवती को परिवार वालों से छुड़ा नहीं सका। बल्कि युवती अंतिम दम तक संघर्ष करती रही। वो जोर-जोर से चिल्ला कर लोगों को बताती रही कि वो दोनों पहले ही ईश्वर को साक्षी मान कर मंदिर में शादी कर चुके हैं। न्यायालय तो इसलिए आए थे कि कोर्ट मैरिज कर शादी को कानूनी जामा पहना देंगे। लेकिन परिजनों ने युवती की एक न सुनी और उसे अपने साथ ले गए।
बताया जा रहा है कि युवती सतना के नागौद की निवासी है तो युवक सेमरिया निवासी। दोनों काफी दिनों से शादी करना चाहते थे लेकिन इसके लिए परिजन तैयार नहीं थे। ऐसे में दोनों ने घर छोड़कर कोर्ट मैरिज का फैसला किया था।