पेरिस के कांफ्रेंस में दुनियाभर के आधा सैकड़ा से अधिक देशों के वैज्ञानिकों ने अपने शोध की जानकारी दी। इसमें से युवा वैज्ञानिकों में सबसे बेहतर प्रजेंटेशन डॉ. स्यमंतकमणि त्रिपाठी का रहा है। इस कारण उन्हें यह पुरस्कार दिया गया। इतना ही नहीं फ्रांस के कई महत्वपूर्ण शोध संस्थानों में उनका भ्रमण भी कराया गया।