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यू-ट्यूब से पढ़कर मजदूर की बेटी ने पास की देश की सबसे कठिन परीक्षा GATE

locationरीवाPublished: Mar 24, 2022 06:35:59 pm

Submitted by:

Shailendra Sharma

रीवा की बेटी ने कड़ी मेहनत और लगन से क्लियर किया GATE..मुंबई से M.Tech करना चाहती है…

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रीवा. रीवा जिले के छोटे से गांव लौरी गढ़ की रहने वाली एक गरीब मजदूर की बेटी ने देश की सबसे कठिन परीक्षा GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering) पास की है। कच्चे मकान में रहकर मजबूत इरादों के साथ गेट परीक्षा पास करने वाली मजदूर की बेटी का नाम रामकली है जिसे उसकी सफलता पर खुद प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी बधाई दी है। होनहार बेटी रामकली ने बताया कि उसने कोरोना काल के दौरान यू-ट्यूब के जरिए GATE परीक्षा की तैयारी की।

 

संघर्षों से भरी सफलता की कहानी
रीवा जिले के छोटे से गांव लौरी गढ़ क्रमांक-3 में रहने वाली मजदूर की बेटी रामकली कुशवाहा की गेट परीक्षा पास करने की कहानी संघर्षों से भरी हुई है। रामकली के माता-पिता मजदूर हैं और वो तीन भाई बहन हैं। रामकली सबसे बड़ी है उसकी छोटी बहन 9वीं क्लास में पढ़ती है जबकि छोटा भाई अभी पांच साल का है। होनहार रामकली ने बताया कि पापा चंद्रिका कुशवाहा और मम्मी प्रेमवती कुशवाहा ने कच्चे मकान में रहकर जीवन काट दिया, लेकिन उसे और भाई-बहन को पढ़ाने में कोई कमी नहीं रखी। गेट पास करने के बाद रामकली का सपना IIT मुंबई से एम-टेक करने का है। वहीं रामकली के पिता चंद्रिका कुशवाहा ने बताया कि बेटी रामकली बचपन से ही पढ़ने में होनहार है उसने कक्षा 1 से 4 तक की पढ़ाई सरस्वती ज्ञान मंदिर, गढ़ में, फिर 8th तक की पढ़ाई आदर्श स्वामी विवेकानंद माध्यमिक विद्यालय लौरी नंबर 2 में की, इसके बाद 12th तक की पढ़ाई गांधी ग्रामोदय हायर सेकेंडरी स्कूल, गढ़ से पूरी की।

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मुश्किल वक्त में भी नहीं मानी हार
रामकली ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद उसे फिजिक्स टीचर समीर वर्मा ने बीटेक करने की प्रेरणा दी। जिसके बाद उसने कृष्णा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (मनगवां) में एडमिशन ले लिया। कॉलेज गांव से 30 किलोमीटर दूर था, तो रोज बस से अप-डाउन करती थी। लेकिन सालभर बाद कॉलेज बंद होने पर ट्रांसफर रीवा के जवाहरलाल नेहरू कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में हो गया। यह कॉलेज 60 किलोमीटर दूर था। तब भी रोजाना अप-डाउन किया। एक तरफ का किराया 50 रुपए था। बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के दो साल अप-डाउन कर कम्प्लीट किए। कोरोनाकाल में जब कॉलेज बंद हो गया तो पिता ने लैपटॉप खरीदकर दिया और इसके बाद रामकली ने मोबाइल व लैपटॉप पर यू-ट्यूब की मदद से पढ़ाई जारी रखी।

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सीएम शिवराज ने दी बधाई
छोटे से गांव की रहने वाली रामकली की इस सफलता पर खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी होनहार रामकली को बधाई दी। सीएम ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए रामकली से संवाद किया तथा उन्हें और उनके परिवार को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी सफलता पर पूरे प्रदेश को गर्व है, आप को पढ़ाई के लिए हर संभव मदद दी जाएगी, कलेक्टर बिटिया और उसके परिवार की हर संभव सहायता करें। बता दें कि रामकली ने 17 मार्च को घोषित हुए GATE के रिजल्ट में सिविल इंजीनियरिंग में 3290 ऑल इंडिया रैंक और एनवायरमेंटल साइंस एंड इंजीनियरिंग में 435वीं रैंक हासिल की है।

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