खरीद केन्द्रों पर लडख़इड़ाई व्यवस्था
जिले में बारिश के चलते एक बार फिर खरीद केन्द्रों पर व्यवस्था चरमरा गई। केन्द्र पर रखे उपज को लेकर किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। गोदाम में जगह नहीं होने के कारण केन्द्रों पर 2.88 लाख क्विंटल गेहूं को सुरक्षित करने में जिम्मेदारों का पसीना छूट रहा है। जिले में चालीस से अधिक केन्द्रों पर अभी भी पचास फीसदी गेहूं डंप है। जिला प्रशासन की चेतावनी के बाद भी परिहवन की प्रगति नहीं बढ रही है। जिससे केन्द्र की व्यवस्था लडखड़ाने से किसान परेशान हो रहे हैं। परिवहनकर्ताओं का रसूख इस कदर है कि नोटिस देकर अधिकारी इतिश्री कर रहे हैं।
जिले में बारिश के चलते एक बार फिर खरीद केन्द्रों पर व्यवस्था चरमरा गई। केन्द्र पर रखे उपज को लेकर किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। गोदाम में जगह नहीं होने के कारण केन्द्रों पर 2.88 लाख क्विंटल गेहूं को सुरक्षित करने में जिम्मेदारों का पसीना छूट रहा है। जिले में चालीस से अधिक केन्द्रों पर अभी भी पचास फीसदी गेहूं डंप है। जिला प्रशासन की चेतावनी के बाद भी परिहवन की प्रगति नहीं बढ रही है। जिससे केन्द्र की व्यवस्था लडखड़ाने से किसान परेशान हो रहे हैं। परिवहनकर्ताओं का रसूख इस कदर है कि नोटिस देकर अधिकारी इतिश्री कर रहे हैं।
केन्द्रों पर रखा 2.88 लाख क्विंटन गेहूं
जिले में परिवहनकर्ताओं की शिथिलता के चलते शुक्रवार की देरशाम तक खरीद केन्द्रों पर 2.88 लाख क्विंटल गेहूं का परिवहन नहीं हो सका है। कलेक्टर ने परिवहनकर्ताओं की नकेल कसी है। बावजूद इसके प्रगति नहीं बढ रही है। जिम्मेदार एक दूसरे पर ठीकरा फोड रहे हैं। रीवा हुजूर में परिवहनकर्ता देवेश कुमार मिश्रा और मऊगंज में जयभवनी ट्रांसपोर्ट की शिथितलता के चलते केन्द्रों पर गेहूं खराब हो रहा है। रीवा सेक्टर में सबसे अधिक 2.51 लाख क्विंटल गेहूं का परिवहन बाकी है।
जिले में परिवहनकर्ताओं की शिथिलता के चलते शुक्रवार की देरशाम तक खरीद केन्द्रों पर 2.88 लाख क्विंटल गेहूं का परिवहन नहीं हो सका है। कलेक्टर ने परिवहनकर्ताओं की नकेल कसी है। बावजूद इसके प्रगति नहीं बढ रही है। जिम्मेदार एक दूसरे पर ठीकरा फोड रहे हैं। रीवा हुजूर में परिवहनकर्ता देवेश कुमार मिश्रा और मऊगंज में जयभवनी ट्रांसपोर्ट की शिथितलता के चलते केन्द्रों पर गेहूं खराब हो रहा है। रीवा सेक्टर में सबसे अधिक 2.51 लाख क्विंटल गेहूं का परिवहन बाकी है।