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रीवा

अचानक बढ़ी सेंट्रल जेल में कैदियों की संख्या, जानिए क्यों?

सेंट्रल जेल में कैदियों की संख्या क्षमता से दो गुना पहुंच गई है। पिछले 40 दिनों में 106 नए विचाधीन कैदी सेंट्रल जेल में आए।

रीवाOct 13, 2017 / 06:18 pm

Lokmani shukla

rewa central jail

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रीवा. सेंट्रल जेल में कैदियों की संख्या क्षमता से दो गुना पहुंच गई है। 700 बंदियों की क्षमता वाली इस जेल में 1523 बंदी बंद है। इसके बाद भी लगातार बढ़ रही बंदियों की संख्या ने जेल प्रबंधन के सामने मुश्किल खड़ा कर दी। पिछले एक महीन से सेंट्रल जेल में कैदियों की संख्या बढ़ रही है। कैदियों के इजाफे का यही सिलसिला रहा तो जेल छोटी पड़ जाएगी। पिछले कई दिनों से न्यायालय में अधिवक्तओं की हड़ताल के चलते आरोपियों को जमानत नहीं मिल रही है। जिसके चलते विचारधीन कैदियों की संख्या में रोजना बढ़ोत्तरी हो रहा है। हालत यह है कि पिछले 40 दिनों में 106 नए विचाधीन कैदी सेंट्रल जेल में आए हैं। इनमें से इनमें अधिकांश को न्यायालय से जमानत मिल सकती है। लेकिन वकीलों की हड़ताल के चलते इन्हें जेल भेजना पड़ रहा है।
28 जुलाई से अधिवक्ता हड़ताल पर
नवीन न्यायलय भवन निर्माण स्थल को लेकर 28 जुलाई से अधिवक्ता हड़ताल पर हैं। वहीं पुलिस आपराधिक मामलों में बंदियों को जेल में प्रस्तुत कर रही है, क्यों कि मामलों में अधिवक्ता की पैरवी नहीं होने से न्यायालय बंदियों को जेल भेज रही है। जिससे लगातार सेंट्रल जेल में बंदियों की संख्या बढ़ रही है। एक सितंबर को बंदियों की संख्या जहां 363 थी, वहीं 11 अक्टूबर तक 469 पहुंच गई है।

सेंट्रल जेल की वर्तमान स्थित
– 700 सेंट्रल जेल की क्षमता
– 1054 सजायाफ्ता
– 469 हवालातीय बंदी
– 42 महिला
– 10 बच्चे
– 1523 कुल बंदी सेंट्रल जेल में
बेहतर व्यवस्था बनाने का प्रयास
जेल की क्षमता 700 बंदियों की है। इसके बावजूद 1523 बंदी है। विचाराधीन बंदियों की संख्या पिछले एक महीन से बढ़ रही है। इसके बाद भी बेहतर व्यवस्था बनाने प्रयास जारी है।
संतोष सोलंकी, जेल अधीक्षक, रीवा
डिप्टी जेलर के हमलावरों तक नहीं पहुंची पुलिस
करीब साल भर पूर्व डिप्टी जेलर पर प्राणघातक हमला और सेंट्रल जेल के बाहर गोली चलने वाली घटनाओं के आरोपी तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है। दोनों मामले अभी विवेचना पर हैं। इसके अलावा जेल में सामग्री फेकेन वाले सभी चार मामले अभी जांच पर हैं।

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