ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली बिल का यह औसत देख अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई है। बताया जा रहा है इसमें गत माह की तुलना में इस बार बहुत कम बिजली बिल जमा हुए है। बताया जा रहा है। इंदिरा गृह ज्योति योजना प्रांरभ होने के बाद विद्युत कंपनी प्रतिमाह में लगभग 2 लाख 49 हजार उपभोक्ताओं को 100 रुपए का बिल जारी कर रही है।
इसके बावजूद भी बिजली कंपनी का राजस्व नहीं बढ़ा है। बल्कि इन क्षेत्रों में लाइन लॉस का प्रतिशत बढ़ा है। यह देख ग्रामीण क्षेंत्रों में बिजली बिल वसूली को लेकर विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए है। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के आंकड़े बताते है कि पिछले माह की तुलना में 281 फीसदी बिजली बिल कम जमा हुआ है।
जबकि नव?बर माह में मऊगंज संभाग में 1411 उपभोक्ता, पूर्वी संभाग में 1889 उपभोक्ता एवं पश्चिम संभाग में 1169 उपभोक्ता और त्योंथर संभाग में 1269 उपभोक्ताओं ने ही बिजली का बिल जमा किया है।
दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है एरियर्स बताया जा रहा है ग्रामीण उपभोक्ताओं द्वारा प्रतिमाह बिल जमा नहीं करने के बाद उपभोक्ता पर एरियर्स बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि उन्हें 100 रुपए का वर्तमान बिल जारी हो रहा है, लेकिन पिछला बिल बकाया होने के कारण हजारों रुपए बिल मिल रहा है। परिणाम स्वरुप उपभोक्ता बिजली का बिल नहीं जमा कर रहे है।
ऑन लाइन बिल के बाद आई गिरावट पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कं पनी ने पूरी तरह से ऑनलाइन भुगतान कर दिया है। लेकिन विद्युत कंपनी के सर्वर में आएदिन समस्या होने के कारण उपभोक्ता ऑन लाइन बिल जमा नहीं कर पाते है। वहीं बिजली स्मार्ट एप में भी सर्वर की समस्या से बिल जमा नहीं हो रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कमजोर होने के कारण बिल जमा करने पर उपभोक्ताओं को समस्या होती है। यही कारण है कि बिजली का बिल जमा करने का औसत घट रहा है।