सड़कों पर बैठने वाले आवारा जानवर आए दिन हादसे का कारण बन रहे है। कार में सवार होकर दो लोग रविवार की सुबह यूपी के मिर्जापुर से मैहर दर्शन करने जा रहे थे। सुबह करीब सात बजे वे जैसे ही मऊगंज थाने के पटेहरा गांव के समीप पहुंचे तभी अचानक सड़क में एक गाय आ गई। कोहरे की वजह से चालक गाय को देख नहीं पाया। जब वाहन गाय के करीब आ गया तो अचानक चालक ने गाय को बचाने का प्रयास किया। इस दौरान चालक नियंत्रण खो बैठा और तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई। कार तीन पलटा खाने के बाद सड़क के दूसरी ओर जाकर रुकी। इस दौरान उसमें सवार दोनों लोग गेट खुलने से वाहन के बाहर गिर गए। घटना से अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया।
लोग घायलों को संभाल रहे थे तभी अचानक कार में आग भड़क गई और उसने कार को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों ने तत्काल आग को बुझा दिया जिससे कार पूरी तरह से जलने से बच गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। इस दौरान जयप्रकाश दुबे पिता रमाशंकर निवासी रामपुर जिला मिर्जापुर की मौत हो गई थी। वहीं वसीम अकरम निवासी मिर्जापुर घायल था जिसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से एसजीएमएच के लिए रेफर कर दिया गया। पुलिस की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंच गए। दरअसल वाहन के सामने आने वाली गाय का रंग भी काला था जो सड़क पर चालक को आसानी से नजर नहीं आई और वाहन हादसे का शिकार हो गया।
हाइवे में रामनई से लेकर हनुमना व चाकघाट तक जगह-जगह सड़कों पर आवारा जानवर बैठे नजर आ जाते है जो आए दिन हादसे का कारण बन रहे है। इनकी वजह से कई लोग अपनी जान गवां चुके है। दरअसल इन आवारा जानवरों को सड़कों से हटाकर यातायात बहाल करने की जिम्मेदारी टोल प्लाजा के कर्मचारियों की होती है लेकिन कर्मचारी सिर्फ टोल वसूलने में व्यस्त रहते है। यही कारण है कि सड़क में जगह-जगह आवारा जानवर एकत्र रहते है।