पुलिस लाइन स्थित 94वें कालोनी में पुलिसकर्मी नर्क से बदतर जीवन गुजारने को मजबूर है। पिछले कई सालों से पुलिसकर्मी कंडम हो चुके मकानों में रह रहे है। छतों में दरारे आ गई है और बिल्डिंग का हिस्सा धीरे-धीरे गिर रहा है। कई स्थानों में प्लास्टर टूटकर गिर गया है और दीवालों में दरारें आ गई है। यहां पर ज्यादातर कर्मचारी अपने परिवार सहित निवास करते है जो हर समय दुर्घटना की आशंका सहमे रहते है। छत में अब बारिश का पानी रोक पाने की क्षमता भी नहीं रहती है। पुलिसकर्मियों ने बारिश का पानी रोकने के लिए छत में पालीथिन लगाई है जिससे किसी तरह उनका जीवन कट रहा है।
पुलिसकर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करन पड़ रहा है। उक्त कालोनी काफी समय पहले ही कंडम घोषित हो चुकी है और कर्मचारियों के रहने के लिए उपयुक्त नहीं है लेकिन आवासों की कमी के चलते अभी यहां कर्मचारी रह रहे है। उक्त बिल्डिंग की हालत देखकर पुलिसकर्मियों की जिंदगी का अंदाजा लगाया जा सकता है। शायद विभाग भी हादसे का इंतजार कर रहा है जिसके बाद बिल्डिंग को खाली कराया जाये।
वर्तमान में पुलिस लाइन में नयी कालोनी का निर्माण चल रहा है जिसमें काफी संख्या में आवास मौजूद है। लॉक डाउन के कारण उक्त कालोनी का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है और वह अधर में लटका हुआ है। दरअसल विभाग भी 94 वे कालोनी में रहने वाले कर्मचारियों को नयी कालोनी में शिफ्ट करने की योजना बनाई है जिसके बाद उसे गिरवाया जायेगा लेकिन अभी तक नयी कालोनी का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है जिससे पुलिसकर्मियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है।
उक्त कालोनी के जर्जर हो चुके आवासों की काफी हद तक कर्मचारियों ने ही मरम्मत करवा डाली है। कमरों में टूटे प्लास्टरों व दरारों को भरवाकर किसी तरह कमरों को रहने योग्य बनवाया है। हालांकि बिल्डिंग पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है लेकिन फिर थोड़ा बहुत काम करवाकर कर्मचारी उसमें रह रहे है।
94वें कालोनी कंडम घोषित हो चुकी है। उसमें कर्मचारियों के परिवार अभी रह रहे है। नयी कालोनी का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है। उसके पूरा होते ही कालोनी को खाली करवाकर कर्मचारियों को उसमें शिफ्ट किया जायेगा।
केशव सिंह, आरआई पुलिस लाइन