केस:-1
हाथ-पैर में आए जख्म
समान मोहल्ले में स्कूल से पढक़र 6 वर्षीय अभिनव गुप्ता पुत्र अनिल गुप्ता घर लौट रहा था। दोपहर 1 बजे घर से कुछ ही दूरी पर कुत्तों ने हमला कर दिया। उसके हाथ, पैर में कई स्थानों पर काटने से जख्म हो गए। गनीमत रही कि पास की दुकान में लोग बैठे थे, जिन्होंने बच्चे को बचाया।
केस-2
दौड़ाया तो साइकिल से गिर पड़ा
समान मोहल्ले में ही स्कूल से पढक़र वापस आ रहे 11 वर्षीय हरीश साकेत पुत्र मुनेन्द्र साकेत को 1.30 बजे नए बस स्टैंड के पास कुत्तों ने दौड़ा लिया। वह साइकिल से था, घबराकर गिर पड़ा। जब तक लोग कुत्ते को दौड़ाते तब तक उसने बालक को बुरी तरह जख्मी कर दिया था। बच्चे के हाथ, पैर और कमर में काटने से घाव हो गए।
केस-3
खून से लथपथ घर पहुंची
पुराने बस स्टैंड के पास से गुजर रही 17 वर्षीय शिवांगी सिंह को कुत्तों के झुंड ने दौड़ाकर काट लिया। वह जोर से चिल्लायी तो सडक़ से गुजर रहे लोगों ने कुत्तों को भगाया। उसके बाद वह रोते-बिलखते घर पहुंची। खून से लथपथ पैर देख परिजन सहम गए। फौरन उसे लेकर संजय गांधी अस्पताल पहुंचे।
संजय गांधी अस्पताल मेंं गुरुवार को उस वक्त विषम स्थिति बन गई जब कैजुअलिटी विभाग में एक साथ तीन केस पहुंच गए और विभाग में केवल एक एंटी रैबीज इंजेक्शन मौजूद था। केवल एक बच्चे को ही इंजेक्शन लग सका। दो बच्चे बिना इंजेक्शन लगाए वापस कर दिए गए। मप्र पब्लिक हेल्थ कॉरपोरेशन की लापरवाही के चलते एंटी रैबीज इंजेक्शन की सप्लाई भी नहीं हो सकी है। लोकल परचेज से अस्पताल काम चला रहा है।
नगर निगम का धरपकड़ अभियान ठप
इन दिनों कुत्तों का आतंक शहर में बढ़ गया है। नगर निगम की ओर से इन्हें पकडऩे और बाहर ले जाकर छोडऩे का अभियान भी नहीं चलाया जा रहा है। जिससे ये आए दिन लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।