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Malaria : विंध्य में मलेरिया का कहर, डेंजर जोन में रीवा-सतना और सीधी

जनवरी से 6 दिसंबर के बीच जांच के दौरान रीवा और शहडोल संभाग में 2215 मरीज मेलेरिया से मिले पीडि़त, रीवा संभाग के रीवा-सीधी जिले में सबसे अधिक मरीज चिंह्ति

रीवाDec 09, 2018 / 06:39 pm

Rajesh Patel

Malaria

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रीवा. विश्व स्वास्थ्य संगठन भले ही मलेरिया को काबू में करने का दावा कर रहा हो, लेकिन विंध्य के सात जिले में मलेरिया का कहर अभी भी जारी है। तभी तो जनवरी से लेकर 6 दिसंबर की स्थिति में रीवा और शहडोल संभाग में 2215 मरीज मेलेरिया पॉजिटिव मिले हैं। रीवा संभाग में सिंगरौली की तुलना में रीवा, सतना और सीधी में सबसे अधिक मलेरिया से पीडि़त मरीज पाए गए।स्वास्थ्य विभाग का विशेष अभियान महज खानापूर्तिरहा।बीते दो माह से विभागीय अधिकारी चुनावी प्रक्रिया में व्यस्त रहे।
सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों में मलेरिया
जिला मुख्यालय से लेकर सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों में मलेरिया बुखार से पीडि़त मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है।विंध्य के सबसे बड़े अस्पताल संजय गांधी हॉस्पिटल की 1200 की ओपीडी में भी सबसे अधिक बुखार से पीडि़त मरीज रजिस्टर्ड हो रहे हैं। जिसमें मलेरिया पॉजिटिव आ रहा है। जनवरी 2018 से लेकर अब तक विशेष अभियान चलाने में भी जिला मलेरिया अधिकारी फिसड्डी रहे हैं। विंध्य के रीवा और शहडोल संभाग के जिलों से शासन को भेजी गई जानकारी में सबसे अधिक रीवा, सतना और सीधी में पॉजिटिव पाए गए हैं। उदाहरण के तौर रीवा के मऊगंज, जवा, त्योंथर, सेमरिया और सिरमौर ब्लाक क्षेत्र के ज्यादातर गांवों में मरीज पॉजिटिव रहे। सीधी जिले के कुसमी, मझौली ब्लाक क्षेत्र में अधिक मरीजों को जांच के दौरान चिह्नित किया गया था। जबकि रामपुर नैकिन क्षेत्र में आंशिक एरिया पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं।
जिम्मेदार लारवा नष्ट करने में फिसड्डी
जिले की मलेरिया टीम मलेरिया और डेंगू के लारवा नष्ट करने के लिए अभियान चलाने में फिसड्डी रही। बीते अक्टूबर और नवंबर माह में एक भी अभियान नहीं चलाए गए।जनवरी से लेकर दिसंबर माह तक वार्षिक कलेंडर तैयार किया गया है। क्षेत्रीय संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं कार्यालय से कई बार मलेरिया अधिकारियों को अभियान चलाए जाने के लिए चेतावनी भी दी गई है।लेकिन जिम्मेदार लापरवाह बनेे हैं। उधर, वर्ष 2015 से लेकर अब तक चिंह्ति किए गए प्रभावित गांवों में छिड़काव तक नहीं किया गया है।छिड़काव के नाम पर महज खानापूर्ति की गई है।
स्लाइड लेने में भी लापरवाही
रीवा में सूचना मिलने के बाद भी मलेरिया की टीम गांव में स्लाइड लगाने में फिसड्डी रही। जवा के घुसरूम गांव में मलेरिया की शिकायत मिली थी। लेकिन, गांव में आज तक टीम नहीं पहुंची। महिला सामाजिक कार्यकर्ता ऊषा यादव ने बताया कि क्षेत्र के दर्जनभर गांव में दो माह पहले मलेरिया की सूचना दी गई, क्षेत्रीय स्वास्थ्य मुख्यालय पर मलेरिया विभाग को सूचना दी गई थी।आज तक कोई स्लाइड नहीं लगाई गई। जिम्मेदार लापरवाह बने हैं।
जिले में मलेरिया पॅाजिटिव मरीज
रीवा 339
सतना 368
सीधी 418
सिंगरौली 302
उमरिया 275
शहडोल 282
अनूपपुर 231
कुल 2215
नोट: आंकड़े 6 दिसंबर की स्थिति में, स्वास्थ्य विभाग की ओर से शासन को भेजे गए रिपोर्ट से लिए गए हैं।
मरीजों को दवाएं भी बांटी जाती हैं
डॉ आरएस पांडेय, सीएमएचओ रीवा ने कहा कि गांव स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पदस्थ किए गए हैं, सूचना मिलने पर जांच के साथ ही छिड़काव किया जाता है। मलेरिया के मरीजों को दवाएं भी बांटी जाती हैं। जल्द ही प्रभावित गांवों में मच्छरदानी की व्यवस्था की जाएगी।
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