उसने एक महिला की जमीन को दानपत्र के माध्यम से अपने नाम नामांतरण करवा लिया था। इसकी जानकारी हेाने पर पीडि़ता ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी जिस पर पुलिस ने फरवरी माह में प्रकरण दर्ज किया था। इस पूरे मामले का मास्टर माइंड आरिफ खान मामला दर्ज होने के बाद से ही फरार हो गया था जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी। उक्त आरोपी गुरुवार की रात अपने घर आने वाला था जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने मोहल्ले में घेराबंदी कर उसे पकड लिया। उसने अंधेरे का लाभ उठाकर पुलिस को चकमा देने का भी प्रयास किया लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ। उसे पूछताछ के लिए पुलिस थाने ले आई। प्रारंभिक पूछताछ में उसने फर्जीवाड़े से जुड़ी अहम जानकारियां पुलिस को दी है। इस मामले में पुलिस को दोनों गवाह व पीडि़ता बनकर खड़ी होने वाली महिला की भी तलाश है।
सिटी कोतवाली थाने के घोघर मोहल्ला निवासी अनीस ताहिरा की इटौरा के समीप दो एकड़ जमीन थी। मोहल्ले के ही रहने वाले उक्त मास्टर माइंड ने एक फर्जी दानपत्र तैयार करवाया जिसमें दो गवाह भी शामिल किए। नामांतरण के आधार पर एसडीएम के यहां नामांतरण के लिए आवेदन लगाया। सुनवाई के दौरान दान करने वाली महिला के बयान दर्ज होने थे जिस पर आरोपी ने दूसरी महिला को अनीस ताहिरा बनाकर खड़ा करवा दिया और उनके बयान भी दर्ज करवा दिए। इसके बाद जमीन उसके नाम पर नामांतरण हो गई। इतना बड़ा फर्जीवाड़ा आरोपी ने इतनी सफाई से अंजाम दिया कि पीडि़त महिला और उनके परिवार के सदस्यों को भनक तक नहीं लग पाई।
धोखाधड़ी का मुख्य आरोपी पुलिस के हांथ लगा है। उसने महिला की जमीन को फर्जी दानपत्र के माध्यम से अपने नाम करवा लिया था। उससे पूछताछ कर अन्य आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है।
शशिकांत चौरसिया, थाना प्रभारी सिविल लाइन