रीवा

मेडिकल कालेजों के शिक्षक इमरजेंसी छोड़ मरीजों का नहीं करेंगे इलाज, जानिए, क्यों

मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय सभागार में आयोजित की सभा, पदाधिकारियों ने कहा..

रीवाJul 09, 2019 / 12:57 pm

Rajesh Patel

Medical Colleges Teachers will not treat emergency patients

रीवा. मेडिकल टीचर्स एसोशिएशन मांगों को लेकर लामबंद हो गए हैं। सोमवार को रीवा ब्रांच की नई कार्यकारिण गठित कर चेतावनी दी है कि मांगे पूरी नहीं हुई तो वे 17 जुलाई को सामूहिक अवकाश पर रहने का निर्णय लिया है। टीचर्स एसोसिएशन के इस निर्णय से मेडिकल कालेज का शैक्षणिक और सबद्ध अस्पताल में इलाज की व्यवस्था प्रभावित हो जाएगी।
टीचर्स एसोसिएशन ने किया मंथन
श्याम शाह चिकित्सा महाविद्यालय के एनाटामी सभागार में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की बैठककर मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। इस दौरान चिकत्सा शिक्षकों ले सरकार को चेताया है कि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वह 17 जुलाई को इमरजेंसी सेवाएं छोड़ शेष मरीजों का इलाज नहीं करेंगे। इस दौरान चिकित्सा शिक्षकों ने कई अन्य समस्याओं पर भी मंथन किया।
चिकित्सा शिक्षकों की यह है मांग
इस दौरान टीचर्स एसोसिएशन ने समान वेतनमान और समयवृद्धि पदोन्नति की मांग उठाई है। इस दौरान चिकित्सा शिक्षकों ने ग्रेच्युटी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, महिला चिकित्सा के लिए चाइल्ड केयर लीव, सामूहिक बीमा, अंशदायी पेंशन योजना का क्रियान्वयन, आदर्श सेवा नियम के अंतर्गत, चिकित्सा महाविद्यालय में ज्वाइनिंग के पश्चात तीन साल का बांड एक साल के वेतन के स्थान पर एक माह का वेतन का नोटिस दिया जाए। इस दौरान टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने समस्याओं पर चर्चा की।
अध्यक्ष बनाए गए डॉ. सुधार द्विवेदी
मेडिकल टीचर्स एसोशिएशन मांगों को लेकर लामबंद हो गए हैं। सोमवार को रीवा ब्रांच की नई कार्यकारिण गठित कर चेतावनी दी है कि मांगे पूरी नहीं हुई तो वे 17 जुलाई को सामूहिक अवकाश पर रहने का निर्णय लिया है। इस दौरान चिकित्सा शिक्षकों ने मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की सोमवार को नईकार्यकारिणी गठित की गई। जिसमें अध्यक्ष डॉ. सुधाकर द्विवेदी, उपाध्यक्ष डॉ विनोद यदलवार, डॉ चंदारजक, सचिव डॉ पुष्पेन्द्र शुक्ला, संयुक्त सचिव डॉ लोकेश त्रिपाठी, डॉ अम्बरीश मिश्रा, डॉ धिरेन्द्र मिश्र, कोषाध्यक्ष डॉ आदेश पाटीदार को बनाया गया है।

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