जिले में इस बार लगभग पंद्रह लाख क्विंटल धान की तौल हुई है। 24 जनवरी को तौल बंद हो गई। 8 मार्च बीतने के बाद अभी भी सैकड़ो किसानों के खाते में एक करोड़ रुपए से अधिक का समर्थन मूल्य नहीं पहुंचा है। अधिकारियों के पहुंची शिकायतों के अनुसार किसानों का डेढ़ तो किसी के दो-दो लाख रुपए का समर्थन मूल्य किसानों के खाते में नहीं पहुंचा है। किसान सहकारी समिति केन्द्र पर भुगतान की जानकारी लेने पहुंचे तो समिति प्रबंधक और कंप्यूटर आपरेटरों ने जवाब में बताया कि अभी भोपाल से ही समर्थन मूल्य नहीं आया है।
पीडि़त किसान जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कार्यालय से लेकर विभागीय अधिकारियों के दफ्तार में आवेदन लेकर समर्थन मूल्य के लिए भटक रहे हैं। गुढ़ तहसील क्षेत्र के मुड़हा गांव निवासी बालमुकुंद केन्द्र दो माह पहले 86 बोरी धान की तौल की है। पैसा नहीं मिल रहा है। केन्द्र पर पूछने पर प्रबंधक और कंप्यूटर आपरेटर बता रहे हैं कि अभी भोपाल से ही पैसा नहीं आया है। आने के बाद सूचना दी जाएगी। इस तरह के एक दो किसान नहीं बल्कि जिले में सैकड़ो की संख्या में किसान परेशान हैं।
भुगतान के लिए अफसरों की चौखट पर भटक रहे किसानों के दस्तावेज नहीं मिल रहे हैं। किसानों ने जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक से भुगतान नहीं होने की शिकायत की गई है। मामले में खाद्य आपूर्ति विभाग ने जिला सहकारी बैंक से जानकारी चाही तो बैंक कर्मचारियों ने दस्तावेज नहीं मिलना बता रहे हैं। मामले में नियंत्रक ने जिला सहकारी बैंक और संबंधित समितियों से किसानों की जानकारी चाही है। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते जिले में 150 से अधिक किसानों का भुगतान अभी तक नहीं हो पाया है।
वर्जन…
किसानों ने आवेदन देकर भुगतान नहीं होने की शिकायत की है। मामले में जिला सहकारी बैंक और समितियों से जानकारी चाही है। जानकारी आते ही किसानों की समस्या जल्द दूर हो जाएगी।
राजेन्द्र सिंह ठाकुर, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक