वहीं सीधी में चार ऐसे स्कूल हैं जिनका परीक्षा परिणाम शून्य है। सतना एवं सिंगरौली इस मामले में बेहतर हैं। यहां एक भी स्कूल ऐसे नहीं हैं जिनका परीक्षा परिणाम शून्य फीसदी रहा हो। जिन स्कूलों का शून्य फीसदी रिजल्ट है वहां के जिम्मेदार अव्यवस्थाओं का रोना रो रहे हैं।
सफाई दे रहे हैं कि उनके यहां सुविधाओं की कमी है जिसकी वजह से ऐसी हालत हुई। रीवा जिले की हाटा हनुमना हाई स्कूल में अतिथि शिक्षकों सहित 13 शैक्षणिक स्टाफॅ है। 10वीं में महज 13 बच्चे थे इसके बावजूद यहां एक भी छात्र उत्तीर्ण नहीं हुआ।
शून्य फीसदी वाले स्कूल
– शासकीय हाई स्कूल हाटा हनुमना रीवा स्कूल का 10 वीं का परीक्षा परिणाम शून्य फीसदी है। यहां 13 छात्र – छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें से एक भी उत्तीर्ण नहीं हुए। दो पूरक एवं 11 अनुत्तीर्ण हो गए।
– शासकीय हाई स्कूल टिकुरी नंबर 37 रीवा का 10वीं का परीक्षा परिणाम शून्य फीसदी है। यहां 14 छात्र – छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें से एक भी उत्तीर्ण नहीं हुए। चार छात्र पूरक एवं 10 अनुत्तीर्ण हो गए।
– शाकसीय हाई स्कूल कपुरी बघेलान सीधी का 10वीं का परीक्षा परिणाम शून्य फीसदी रहा। यहां 11 छात्र – छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें से एक भी उत्तीर्ण नहीं हुए। सभी छात्र – छात्राएं अनुत्तीर्ण हो गए।
– शासकीय हाई स्कूल वस्तुआ सीधी का 10वीं का परीक्षा परिणाम शून्य फीसदी रहा। 18 छात्र – छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसमें से एक भी उत्तीर्ण नहीं हुए। 5 छात्र – छात्राएं पूरक एवं अन्य सभी अनुत्तीर्ण हो गए।
– शासकीय हाई स्कूल पुरैन डोल सीधी का 10वीं का परीक्षा परिणाम शून्य फीसदी रहा। यहां परीक्षा के लिए आठ छात्र – छात्राएं पंजीकृत थे, लेकिन उनमें से महज तीन ही शामिल हुए और तीनों अनुत्तीर्ण हो गए।
– शासकीय कन्या हाई स्कूल पतुलखी सीधी का 10वीं का परीक्षा परिणाम शून्य फीसदी रहा। 43 छात्राएं परीक्षा में शामिल हुई थीं। जिसमें से एक भी उत्तीर्ण नहीं हुईं। चार छात्राएं पूरक एवं 39 छात्राएं अनुत्तीर्ण हो गईं।