– गेट के भीतर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी
कंपनी के मुख्य गेट के बाहर करीब आधा सैकड़ा की संख्या में नगर निगम के कर्मचारी जमा हो गए, इस दौरान कंपनी के सुरक्षाकर्मियों की ओर से गेट नहीं खोला गया। वहां के कर्मचारियों को भी भीतर नहीं घुसने दिया गया, इसके बाद पीछे के गेट से कंपनी के कर्मचारी बुलाए गए। काफी देर तक तनाव की स्थिति बनी रही, बाद में निगम के अधिकारी चले गए और कहा कि कोर्ट के निर्देश के अनुसार वह कोई बल प्रयोग नहीं करेंगे लेकिन संपत्तिकर मांगने आते रहेंगे।
-18 कंपनियों को जारी हो चुकी है नोटिस
नगर निगम ने उद्योग विहार की 18 कंपनियों को टैक्स जमा करने का नोटिस जारी कर रखा है। साथ ही निगम आयुक्त सभाजीत यादव के साथ उद्योगपतियों के प्रतिनिधि मंडल की बैठक भी हो चुकी है। उद्योग पतियों ने कहा था कि वह अपने संघ की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा कर निगम को सूचित करेंगे। अब तक किसी तरह की सूचना नहीं मिलने पर निगम के अधिकारी फिर पहुंचे थे।
– निगम ने कहा, बल प्रयोग किए बिना करेंगे वसूली
नगर निगम के जोन प्रभारी एसके चतुर्वेदी ने बताया कि वीटीएल में 2003 से संपत्तिकर और समेकितकर बकाया है। कोर्ट ने कहा है कि बल प्रयोग किए बिना हम कर वसूल सकते हैं। इसलिए आए थे, प्रबंधन की ओर से कोई बाहर नहीं आया और न ही भीतर जाने की अनुमति दी है। हमारा प्रयास है कि हम अपना टैक्स वसूल करें। वहीं वीटीएल के प्रबंधक सौरभ सिंह का कहना है कि मामला कोर्ट में है, इसलिए आधिकारिक रूप से कोई बयान नहीं दे सकता।