शहर का नेहरू नगर मोहल्ला इन दिनों साधारण बारिश में भी बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहा है। यहां पर नाला खोदने वाले ठेकेदार ने अधूरा काम छोड़ रखा है, जिसके चलते मिट्टी धंस रही है लोगों की बाउंड्रवाल गिर रही है मकान भी दीवार भी जर्जर होने लगी है। कईबार विवाद की स्थितियां भी निर्मित हो चुकी हैं। शिकायतों के बाद भी नगर निगम के अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया है। मोहल्ले की पीसीसी सड़कों पर मिट्टी का ढेर लगा हुआ है। बारिश के चलते यह मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो रही है, लोगों का सड़क से निकलना मुश्किल हो रहा है। बारिश के दौरान पानी की निकासी नहीं हो पाने से लोगों के घरों के भीतर घुस रहा है।
बारिश के पानी की निकासी के लिए शहर को २० करोड़ रुपए का स्पेशल पैकेज सरकार की ओर से दिया गया है। जिसमें सभी नालों को दुरस्त करते हुए नए नाले बनाने का प्रावधान किया गया है। यहां पर ठेकेदार ने कमीशन लेकर अलग-अलग कामों को पेटी कांट्रेक्टर्स को सौंप रखा है। उनकी ओर से काम कराए जाने के बजाय अन्य ठेकेदारों को काम दे दिया गया है। इस तरह की मनमानी लोगों के लिए समस्या बनी है। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयसीमा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मोहल्लों से अब विरोध के स्वर उठने लगे हैं किसी दिन उग्र रूप में भी प्रदर्शन हो सकते हैं।
नगर निगम आयुक्त आरपी सिंह से कईपार्षदों ने शिकायत दर्ज कराईहैकि नाले के निर्माण पर वह भ्रमण कर स्थिति को देखें। मोहल्लों से लोग भी शिकायतें लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन वह ऑफिस के बाहर लोगों की समस्या देखने नहीं निकले हंै। पूर्व के अधिकारियों द्वारा मौके पर पहुंचकर समस्याएं सुनी जा रही थी, इस वजह से नए आयुक्त की कार्यप्रणाली पर लोगों ने असंतोष भी जताया है। पहले पेयजल की समस्या को लेकर निगम कार्यालय में लोग मटके फोड़ चुके हैं अब बारिश के पानी की समस्या ने परेशान कर रखा है। इस मामले में आयुक्त से पक्ष जाना गया तो उन्होंने दूसरे कार्यों की व्यस्तता का हवाला देते हुए बाद में देखने की बात कही है।
बारिश के चलते अल्लाबख्श कॉलोनी में एक बार फिर पानी भर गया। यह समस्या यहां के लिए आम हो गईहै। इसी के चलते गहरा नाला बनाने की स्वीकृति की गईहै लेकिन कार्य में लापरवाही की वजह से बरसात में समस्या हो रही है। कॉलोनी के लोग मुख्यमार्ग तक नहीं पहुंच पाए। घुटने भर से अधिक पानी मार्ग में भरा रहा। इतना ही नहीं कईलोगों के दरवाजे तक गंदा पानी भरा रहा। दोपहर बाद तक यह स्थिति बनी रही। पार्षद शिवदत्त पांडेय भी मौके पर पहुंचे और निगम के अधिकारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्हें तत्काल व्यवस्था बनाने के लिए सूचित किया। उन्होंने कहा कि इसके पहले ही वह आगाह कर चुके हैं कि निर्माण जल्दी पूरा कराएं अन्यथा समस्या का सामना करना पड़ेगा।