लोकायुक्त कार्यालय में पहुंची थी यह शिकायत
गौरतलब है कि अनुराग मिश्रा प्रॉपर्टी डीलर ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी कि रतहरा हल्का पटवारी धीरज पांडे निर्माण कार्य में आपत्ति लगाकर रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत के बाद लोकायुक्त टीम ने जांच की। बारीकी से जांच करने के बाद बुधवार को योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया गया। दोपहर करीब 12 बजे पटवारी धीरज पांडे को लोकायुक्त टीम ने 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते धीरज पांडे को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान इंस्पेक्टर जियाउल हक निरीक्षक लोकायुक्त, अप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह, मुकेश मिश्रा, शैलेंद्र, शिवेंद्र, धर्मेंद्र, सुजीतपंच साक्षी सहित 12 सदस्य टीम मौजूद थे।
2013 में भी पकड़ा गया था धीरज
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए धीरज पांडे ने 30 दिसंबर 2013 में नामांतरण और ऋण पुस्तिका बनाने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। लोकायुक्त टीम रीवा ने उस समय भी धीरज को रंगे हाथों 2,500 रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया था।