एंबुलेंस से आने वाले स्टाफ द्वारा कई पीपीई किट यहीं पर सड़क किनारे फेंक दी गई है। कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों के मन में भय का माहौल है, ऐसे में खुले सड़क के किनारे किट मिलने से लोगों में नगर निगम के प्रति नाराजगी जाहिर होने लगी है। शहर से निकलने वाले कोरोना संक्रमण से जुड़े कचरे को सामान्य कचरे से अलग रखना है, इसे मेडिकल वेस्ट के रूप में निपटान करने का प्रावधान है। शहर में इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं है तो सतना की एक एजेंसी को दिया जा रहा है। एजेंसी भी मनमानी रूप से उठाव करती है।
शहर में कचरा डंपिंग प्वाइंट मानस भवन के पास बनाया गया है। जहां अस्पतालों एवं स्थानों से पीपीई किट, मास्क एवं अन्य कचरा संकलित कर अलग से रखा गया है। सोमवार को यह कचरा नहीं उठाया गया तो वहीं पर पड़े सामान्य कचरे को उठाने से एमएसडब्ल्यू होल्डिंग कंपनी के कर्मचारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए। कहा कि संक्रमित कचरे के बीच वह कैसे काम कर सकते हैं। सूचना निगम अधिकारियों को दी गई लेकिन सायं गंभीरता नहीं बरती गई।