राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन से परीक्षार्थियों को बैठने की लिए टेबल भेजे गए हैं। प्रस्तावित सभी परीक्षा केन्द्रों पर टेबल पहुंच चुके हैं। परीक्षार्थियों को फर्स पर बैठकर परीक्षा देने की मजबूरी नहीं होगी।
शिकायत की वजह से तोड़ा केन्द्र
शिक्षा विभाग के अधिकारी अभी यह स्पष्ट नहीं कर रहे हैं कि कौन से परीक्षा केन्द्र को तोड़ा गया है लेकिन, यह कहा जा रहा है कि पिछले वर्ष केन्द्र पर गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। जिसकी वजह से प्रस्ताव में इस वर्ष उस स्कूल को शामिल नहीं किया गया। वह परीक्षा केन्द्र बोर्ड द्वारा तय मानकों पर खरा नहीं उतर रहा।
यह भी है दिक्कत
परीक्षा केन्द्र निर्धारण के लिए बोर्ड ने मानक तय कर रखे हैं। जिसके मुताबिक ज्यादा दूर केन्द्र नहीं होना चाहिए।
बोर्ड के नियमों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल से परीक्षा केन्द्र की दूरी अधिकतम 10 किमी. एवं शहरी क्षेत्र में पांच किमी. तय की गई है।
विभाग ने जो प्रस्ताव तैयार किए हैं इसी को ध्यान रखते हुए किए हैं। हालांकि इसके बावजूद कुछ स्कूलों की दूरी ज्यादा हो रही है।