इससे गुस्साए छात्र गुरुवार को डीन डॉ. पीसी द्विवेदी से मिलने पहुंचे। लेकिन डीन आयुष्मान की समीक्षा बैठक में होने के कारण नहीं मिल सके। इससे गुस्साए छात्र डीन कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान मेडिकल कॉलेज के शिक्षक छात्रों के पास पहुंचे तो छात्रों ने सीनियर छात्रों पर मारपीट कराने का आरोप लगाया। घंटेभर छात्र धरने पर बैठे रहे। पीडि़त के समर्थन में आए छात्रों यह कहकर धरना खत्म किया कि कॉलेज स्तर पर डीन सीनियर छात्रों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करें। कार्रवाई नहीं होने पर एफआइआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी जाएगी।
पीडि़त के समर्थन में डीन कार्यालय पहुंचे छात्रों ने आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामले में पीडि़त छात्र के पिता तेजभान सिंह ने डीन को आवेदन देकर बेटे की पिटाई करने वाले छात्रों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग उठाई है। आवेदन में 2016 बैच के छात्र विकास ङ्क्षसह, 2017 के छात्र क्षितिज ङ्क्षसह सहित अब्दुल अहमद फिरोजी, पृथ्वीदांगी, किरोन डीशिरा, सुजस मोदी, भूपेन्द्र सिंह, विनोद मोवेल, शुभम पटेल, अविनाश मीना, पराग सोनकर, द्रोण ङ्क्षसह, डुर्गोग पंगम, तनमय मालवीय, अरुण कुमार गौतम आदि के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग उठाई है।
पीटीएस चौराहे पर छात्रों के दो गुटों में मारपीट के दौरान बीच बचाव कर रहे कई अन्य छात्र भी चोटिल हो गए हैं। गंभीर रूप से घायल प्रांशू का ही मामला प्रकाश में आया है। साथ में मौजूद दोनों पक्ष के छात्र चोटिल हुए हैं। गंभीरूप से घायल का मामला तूल पकडऩे लगा है।
छात्रों के प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने रैगिंग की भी आशंका जताई है। कई छात्रों ने कहा, आए दिन 2016 बैच के छात्र जूनिसर्य के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। यह पहला मामला नहीं है। हालांकि कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि रैगिंग की शिकायत नहीं मिली है। यह कालेज के बाहर का आपसी झगड़ा है।
डॉ. पीसी द्विवेदी, डीन, मेडिकल कालेज ने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में नहीं आया है, डॉ. मनोज इंदुलकर चीफ वार्डन हैं। अगर यह मामला मेरे पास आता है तो जांच कराएंगे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।