– प्रभावित गांवों में तीन महीने का खाद्यान्न रखें
कलेक्टर ने कहा कि बारिश के दौरान पहुंच विहीन ग्रामों में स्थित उचित मूल्य की दुकानों में तीन माह के लिये अग्रिम खाद्यान्न का भण्डारण किया जाय। नदी एवं नहरों के किनारे चेतावनी सूचना बोर्ड लगाये जायें। कलेक्टर ने कहा कि जिले के समस्त वार्डों के नालों एवं नालियों की 15 जून के पूर्व सफाई कराई जाये ताकि उसमें बिना अवरोध के जल प्रवाह हो सके, बाढ़ का पानी निकल जाये। मुख्य सड़कों में नालों का निर्माण कर पानी की निकासी लायक बनाया जाय।
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दवाओं की उपलब्ध ग्रामीण क्षेत्रों में रहे
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मुख्य चिकित्सक एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिले के समस्त सामुदायिक, प्राथमिक एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में दवाई का भण्डारण करायें, पर्याप्त संख्या में चिकित्सा उपकरण भेजें। हर स्वास्थ्य केन्द्र में क्लोरीन की टेबलेट, ओआरएस का पैकेट, ब्लीचिंग पाउडर का भण्डारण कराएं। बाढ़ की स्थिति
में महामारी रोकने के इंतजाम किये जायें। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बाढ़ की स्थिति में पेयजल के इंतजाम करें।
हैण्डपंपों के प्लेटफार्म की मरम्मत करें। आपातकालीन पेयजल पहुंचाने की व्यवस्था करें। कलेक्टर ने कहा कि जिले में पानी की टेस्टिंग का अभियान चलायें।
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कंट्रोल रूम 24 घंटे सुनेगा शिकायत
कलेक्ट्रेट में जिला आपदा नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इसका नंबर 07662-255142 तथा मोबाइल
नंबर 7587979232 है। आपदा नियंत्रण कक्ष 24 घंटे खुला रहेगा।
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