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शासन दे रहा सब्सिडी फिर भी किसान नहीं ले रहे रुचि, मान रहे सरकार का छलावा

locationरीवाPublished: Sep 16, 2018 12:29:06 pm

Submitted by:

Ajeet shukla

अधिकारियों की कोशिश बेकार…

farmer

rabi crops are sowing zinc deficiency worrisome

रीवा। किसान आधुनिक व तकनीकी आधारित खेती करें, इस उद्देश्य को लेकर शासन स्तर से यंत्रीकरण योजना शुरू तो की गई है, लेकिन किसान उसमें रुचि नहीं ले रहा है। कृषि अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बावजूद अभी तक यंत्र खरीदने वालों किसानों की संख्या एक सौ का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है।
अब तक केवल 39 को मिल सका अनुदान
यंत्र की खरीदारी में किसानों की अरुचि का ही नतीजा है कि अधिकारियों ने निर्धारित 600 लक्ष्य के मद्देनजर जैसे-तैसे 373 किसानों से आवेदन तो करा दिया है, लेकिन यंत्र खरीदने वाले किसानों की संख्या महज 79 तक सीमित है। इनमें 39 को विभिन्न यंत्रों पर अनुदान प्राप्त हो चुका है। जबकि 30 किसानों को अनुदान दिए जाने की प्रक्रिया जारी है। अधिकारियों को एक तिमाही में न्यूनतम 150 किसानों को अनुदान दिलाने का लक्ष्य पूरा करने का निर्देश है। यह यंत्र की खरीदारी में किसानों की अरुचि का ही नतीजा है
अब की अनुदान में ट्रैक्टर भी शामिल
यंत्र पर अनुदान प्राप्त करने वाले किसानों की सबसे अधिक संख्या रीवा विकासखंड में है। यहां से 12 किसानों को अनुदान मिला है। सिरमौर में आठ, मऊगंज, गंगेव व नईगढ़ी में चार-चार, त्योंथर में तीन, रायपुर कर्चुलियान में दो व जवा में एक किसान को अनुदान मिला है। इन किसानों को 22 रोटावेटर, 12 ट्रैक्टर, तीन मल्टीक्रॉप थ्रेशर व दो पॉवर टिलर के लिए अनुदान जारी किया गया है। यंत्र पर अनुदान प्राप्त करने वाले किसानों की सबसे अधिक संख्या रीवा विकासखंड में है।
यंत्रों की खरीदारी पर मिला यह अनुदान
टै्रक्टर की खरीदारी पर पांच एकड़ से अधिक भूमि के काश्तकार किसानों को एक लाख रुपए और पांच एकड़ से कम भूमि के काश्तकार किसानों को 1.25 लाख रुपए का अनुदान मिला है। जबकि रोटावेटर में क्रमश: कीमत का 40 व 44 प्रतिशत, पॉवर ट्रिलर में क्रमश: कीमत का 40 व 50 प्रतिशत और मल्टी क्रॉप थ्रेसर में 40 हजार रुपए अधिकतम का अनुदान किसानों को मिला है।
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