खासकर रीवा जिले की बात करें तो यहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान, कमलनाथ एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ दो दिन रोड शो किया। रीवा शहर में रोड शो एवं सभा करने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में रोड शो कर लोगों से मिले।
इसके बावजूद यहां कुल आठ विधानसभा में एक भी सीट नहीं मिल पाई। इसी प्रकार सीधी जिले में भी चार में तीन सीट भाजपा ने हासिल कर ली। सिंगरौली जिले की कुल तीन में से तीनों सीट भाजपा के खाते में चली गई।
उम्मीद से ज्यादा सीट
भारतीय जनता पार्टी ने भी रीवा में इतनी बड़ी जीत की उम्मीद नहीं लगाया रहा होगा। रीवा विधानसभा से प्रत्याशी राजेन्द्र शुक्ल को कांग्रेस प्रत्याशी अभय मिश्रा कड़ी टक्कर दे रहे थे। कहा जा रहा है, इस चुनाव में शुल्क को पहले की अपेक्षा ज्यादा मेहनत करनी पड़ी है। रीवा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की सभा हुई।
बसपा का सफाया
रीवा में न केवल कांग्रेस का सफाया हो गया। बहुजन समाज पार्टी का भी सफाया हो गया। दो सीटों पर बसपा के उम्मीदवारों ने भाजपा उम्मीदवारों को टक्कर तो दी लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाए। सेमरिया एवं देवतालाब सीट में बसपा को उम्मीद थी। लेकिन, उनकी उम्मीद पर पानी फिर गया।