– तहसीलदार के प्रतिवेदन पर कार्रवाई
प्रशासन के आगाह करने के बावजूद तालाब परिसर में चल रहे कब्जे पर २० मई को तहसीलदार हुजूर को जांच के लिए भेजा गया था। एसडीएम दिए प्रतिवेदन में कहा गया था कि तालाब के स्वरूप बदले जाने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर एसडीएम ने हुजूर ने आदेश जारी करते हुए कहा कि आराजी नंबर २७/२ में नरेश चौरसिया एवं अन्य द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि तालाब का स्वरूप नहीं बदला जा सकता। इसलिए तत्काल प्रभाव से तालाब में चल रहे कार्य को बंद करने का आदेश दिया गया है। इसकी सूचना देते हुए आदेश का पालन कराने के लिए नगर निगम आयुक्त, तहसीलदार, थाना प्रभारी सिटी कोतवाली आदि को भी पत्र भेजा गया है। स्थानीय लोगों ने जानकारी दी है कि एसडीएम के आदेश के बावजूद देरशाम फिर से डंपर मिट्टी लेकर तालाब में पहुंचे, जिसकी सूचना एसडीएम और तहसीलदार को दी गई है।
– अनावेदकों को भी जारी किया नोटिस
तालाब में चल रहे कब्जे पर स्थगन आदेश देते हुए अनावेदक डॉ. नरेशचंद्र चौरसिया, राकेश कुमार चौरसिया, दुर्गा, अंकुर चौरसिया, स्वाती चौरसिया सभी निवासी कमसरियत वार्ड क्रमांक २४ को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि आगामी ३० मई को उपस्थित होकर जवाब प्रस्तुत करें।