– सात दिन में मांगा गया जवाब
नगर निगम आयुक्त द्वारा जारी किए गए नोटिस में सात दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। जिन्हें नोटिस जारी की गई है, उसमें प्रमुख रूप से तत्कालीन कार्यपालन यंत्री शैलेन्द्र शुक्ला जो वर्तमान में नगर निगम कटनी में पदस्थ हैं। इनके साथ ही तत्कालीन सहायक यंत्री एचके त्रिपाठी, बाबू गोविंद चतुर्वेदी आदि को भी नोटिस जारी की गई है। कहा गया है कि भू-अर्जन के बाद उक्त भूमि निगम की हो गई थी, यह जानने के बाद भी मकान निर्माण की अनुमति दी गई।
– एफआइआर कराने की तैयारी
जिस तरह से बड़े पैमाने पर स्कीम नंबर छह में विसंगतियां सामने आई हैं और नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारियों की संलिप्तता के दस्तावेज मिल रहे हैं। इसके बाद निगम आयुक्त ने कहा है कि संबंधितों के विरुद्ध एफआइआर कराई जाएगी। जिन्हें नोटिस जारी की गई है, उसमें कहा गया है कि विभागीय कार्रवाई के साथ ही आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध किया जाएगा।
– गायब फाइलों की तलाश जारी
स्कीम नंबर छह की जांच शुरू होने के बाद से निगम कार्यालय द्वारा निर्माण की दी गई अनुमति से संबंधित फाइलें गायब होना शुरू हो गई हैं। बताया जा रहा है कि सैकड़ों की संख्या में ऐसे फाइलें नहीं मिली हैं। निगम आयुक्त ने अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि समय रहते फाइलें पेश कर दी जाएं अन्यथा एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।