बदवार पहाड़ में स्थापित 750 मेगावॉट क्षमता का अल्ट्रामेगा सोलर पॉवर प्लांट माडल के रूप में सरकार इसलिए पेश करेगी कि जिस स्थान का चयन किया गया है, वह दूसरे उपयोग नहीं था। इस प्लांट के बीच से ही नेशनल हाइवे गुजरता है। साथ ही बंजर भूमि का कृषि के लिए कोईउपयोग नहीं था। जंगल के किनारे पहाड़ पर है, इसलिए सूर्योदय से सूर्यास्त तक यहां धूप भी पड़ती है। बताया गया है कि नोएडा में सोलर समिट का आयोजन किया जा रहा है, जहां पर 121 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। यह तीन से पांच अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें करीब डेढ़ दर्जन प्रोजेक्ट माडल के रूप में अलग-अलग देशों द्वारा प्रस्तुुत किए जाएंगे। इसी में रीवा को सोलर पॉवर प्लांट और यहां सोलर बिजली का अन्य कार्यों में हो रहा उपयोग प्रदर्शित होगा। दिल्ली से आए सदस्यों ने डाक्यूमेंट्री के लिए फोटो और वीडियो बनाया है। साथ ही जिला अक्षय ऊर्जाकार्यालय से प्रोजेक्ट से जुड़ी जानकारी भी संकलित की है।
डाक्यूमेंट्री बनाने आए सदस्यों ने जिले के कई गांवों में जाकर सोलर पंपों की भी वीडियोग्राफी की है। साथ ही किसानों से भी पूूछा है कि इससे उन्हें किस तरह से फायदा पहुंच रहा है। इसकी लागत और मिलने वाली सब्सिडी की भी जानकारी टीम के सदस्यों ने ली है। जिला कलेक्ट्रेट भवन के ऊपर भी सोलर पैनल लगाए गए हैं, उसकी भी तस्वीरें और वीडियो बनाई गई हैं।
एसएस गौतम, जिला अक्षय ऊर्जाअधिकारी ने बताया कि सोलर समिट में केन्द्र सरकार रीवा के प्लांट और किसानों के यहां लगाए गए सोलर पंप को माडल के रूप में पेश करेगी। इसके लिए डाक्यूमेंट्री तैयार करने दिल्ली से टीम आई थी। कई जगह फोटो और वीडियोग्राफी की गई है।