बताया जा रहा है कि बिलासपुर निवासी रामकुमार तिवारी अपने परिवार के साथ रीवा आ रहे थे। रात को लगभग २ बजे के आसपास गाड़ी कटनी के पहले झलवारा स्टेशन के होम सिग्नल में खड़ी हुई। इसी बीच स्लीपर कोच-२ में सवार रामकुमार तिवारी से पर्स छीनकर चोर भाग खड़े हुए। बताया जा रहा है कि इस पर्स में उनकी पत्नी के सोने का मंगल सूत्र, चांदी की बिछिया, 32 सौ रुपए नगद एवं तीन मोबाइल थे, जो चोर लेकर भाग खड़े हुए। इसकी सूचना तत्काल उन्होंने रेलवे के आपातकालीन हेल्प लाइन नम्बर 182 में दी, लेकिन इसके पांच घंटे बाद सतना में रिस्पांस आया। जबकि इस बीच ट्रेन कटनी जैसे बड़े जक्शन में खड़ी रही।
बताया जा रहा है रेलवे ने सफर के दौरान यात्रियों को किसी भी प्रकार की परेशानी आने पर डॉयल 182 बनाया है। इसमें नम्बर डॉयल होते ही टे्रन में उपस्थित रेलवे के सुरक्षाकर्मियों द्वारा अगले स्टेशन पर संबंधित को मदद पहुंचाने का दावा किया जाता है। लेकिन हकीकत में यह सेवा यात्रियों को समय पर राहत उपलब्ध नहीं करा पा रही है।