स्कूली ड्रेस में कीचड़ की सड़क पर खड़े होकर बच्चों का वीडियो वायरल होने पर अभिनेता सोनू सूद के मैनेजर सुनील अग्रवाल ने संभागायुक्त राजेश जैन और संकुल प्राचार्य सुधीर बांडा से फोन पर बात की और पूरी जानकारी ली है। साथ ही उन्होंने कहा है कि प्रशासन के स्तर पर यदि सड़क का निर्माण पूरा हो जाता है तो ठीक है अन्यथा बच्चों की मदद के लिए सोनू सूद तैयार हैं। सड़क निर्माण के लिए प्रशासन उन्हें एनओसी जारी करे। यह फोन प्रशासन के लिए करारा तमाचा साबित हुआ। आनन-फानन में संभागायुक्त ने सड़क से जुड़ी पूरी रिपोर्ट तलब कर ली और कहा है कि निर्माण की सभी अड़चनें दूर कर कार्य प्रारंभ किया जाए।
स्थानीय लोगों की मानें तो शासकीय प्राथमिक शाला बेलहा-खैरा पहुंच मार्ग तक कुछ हिस्सा निजी स्वामित्व की भूमि में आता है। इसका विवाद लंबे समय से चल रहा है। यही कारण है कि सड़क नहीं बन पा रही है। पूरी सड़क कच्ची होने के कारण बारिश में घुटनों तक कीचड़ हो जाता है। इससे कक्षा 5 तक पढऩे वाले बच्चे इस कीचड़ से गुजर कर ही स्कूल पहुंच रहे है।
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सड़क समस्या के वायरल वीडियो पर अभिनेता सोनू सूद के मैनेजर सुनील अग्रवाल ने बात की है। इस सड़क के संदर्भ में अधीनस्थ अधिकारियों को निर्माण के संबंध में निर्देश दिए हैं। अभी जो तथ्य सामने आ रहे हंै उसमें सड़क निर्माण नहीं होने के पीछे भूमि विवाद बताया जा रहा है। पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
राजेश जैन, संभागायुक्त रीवा
इसके पहले भी रीवा वालों की मदद के लिए सोनू सूद आगे आ चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान जब महाराष्ट्र के मुंबई एवं अन्य शहरों में फंसे श्रमिकों को वापस लाने के कोई इंतजाम नहीं हो पा रहे थे तो भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला ने ट्वीटर पर सोनू से मदद मांगी। इसके बाद श्रमिकों को लेकर बस रीवा पहुंच भी गई। राजेन्द्र शुक्ला ने शुक्रिया अदा किया तो सोनू सूद ने कहा इसके बदले जब कभी वह रीवा आएं तो पोहा खिला देना। सोनू की इस मदद पर सत्ताधारी दल भाजपा नेताओं को सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया गया था। कहा गया था कि सत्ता से बेहतर तो सोनू सूद ही हैं।